
नई दिल्ली, (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत (28 राज्यों) के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृतकाल के प्रारंभ में है। नई ऊर्जा है। नई प्रेरणा है। नए संकल्प हैं। इसी आलोक में आज भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है।
उन्होंने कहा कि भारत के करीब 1,300 प्रमुख रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तौर पर विकसित किए जाएंगे। इनमें से आज 508 अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्निर्माण का काम शुरू हो रहा है। इन 508 स्टेशनों के नवनिर्माण पर करीब 25 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
अमृत स्टेशन योजना : उप्र के 55 स्टेशनों का होगा कायाकल्प
अमृत स्टेशन योजना के तहत साढ़े चार हजार करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश के 55 स्टेशनों का कायाकल्प किया जायेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अमृत स्टेशन योजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के 55 स्टेशनों पर होने वाले कार्यों का शिलान्यास वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए किया।
प्रदेश के 55 जिलों में होने वाले कार्यक्रमों में भाजपा के नेता, केन्द्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद हिस्सा ले रहे हैं।प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने राजधानी लखनऊ के बादशाहनगर स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश के रेलवे-स्टेशन विश्वस्तरीय बनेंगे। डबल इंजन सरकार का मतलब उत्तर प्रदेश में विकास धुंआधार होगा। विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृतकाल के प्रारंभ में है। आज भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है।
इसी तरह उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य प्रयागराज जंक्शन में कार्यक्रम में सम्मिलित रहेंगे। जबकि केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी, डा. महेन्द्र नाथ पाण्डेय चंदौली, कौशल किशोर उतरटिया जंक्शन, लखनऊ, अनुप्रिया पटेल विन्ध्याचल, साध्वी निरंजन ज्योति फतेहपुर और जनरल वीके सिंह गाजियाबाद के कार्यक्रम में शामिल हुए।