
काकोरी। काकोरी में बेहटा गांव में हुई प्रॉपर्टी डीलर धर्मेंद्र पाल की हत्या में शामिल हत्यारे हत्या को आत्म हत्या का रूप देना चाह रहे थे। पुलिस कमिश्नर ने इस साजिश का खुलासा हत्या के राजफाश में किया। जिसके लिए बदमाश मृतक के शव के पास एक देशी तमंचा छोड़ गए थे। जांच पड़ताल यह बात सामने आई कि धर्मेद्र को मारी गई गोली व देशी तमंचे का बोर अलग है ।पुलिस ने हत्या में शामिल चार बदमाशो को गिरफ्तार कर हत्या की घटना का खुलासा किया ।
बीती 14 फरवरी को बेहटा गांव निवासी प्रॉपर्टी डीलर धर्मेंद्र पाल की बदमाशो ने जमीनी विवाद में गोली मार कर हत्या कर दी थी।
पुलिस ने शनिवार को हत्या में शामिल आरोपी थाना मानक नगर निवासी शिवम यादव उर्फ शिवा यादव ,थाना काकोरी के बेहटा गांव निवासी हिमांशु यादव उर्फ गोलू ,बेहटा गांव निवासी सरवन यादव व थाना ठाकुर गंज के कन्हैया मधवा पुर गांव निवासी नीरज यादव उर्फ पुजारी गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा किया ।पुलिस के मुतबिक धर्मेंद्र पाल प्रॉपर्टी डीलिंग के काम में तेजी से उभर रहा था। पहले वह नीरज यादव उर्फ पुजारी के सहयोगी अथवा ब्रोकर के रूप में काम कर रहा था लेकिन धीरे धीरे उसने नीरज यादव को बिना बताए अपना स्वतंत्र व्यवसाय शुरू कर दिया। इसको लेकर नीरज यादव उससे नाराज रहने लग। पुलिस के मुताबिक धर्मेंद्र पाल व नीरज यादव ,सरवन यादव से गांव में स्थित एक जमीन को लेकर विवाद भी हुआ था ।
नीरज यादव ने शिवा यादव व गोलू यादव जिसे नीरज ने गांव का प्रधान बनाने का प्रलोभन दिया हुआ है को बुलाकर धर्मेन्द्र पाल को रास्ते से हटाने के लिए कहा । शिवा और गोलू ने धर्मेन्द्र पाल के आफिस पर पहुंचे जहाँ धर्मेन्द्र कार में बैठ कर किसी से बात कर रहा था शिवा कार में पीछे बैठा गया और गोलू आगे धर्मेन्द्र के पास चालक की सीट के बगल में बैठ गया। गोलू धर्मेन्द्र से बात करने लगा कि तुम ने नीरज भाईया के काम में क्यो अड़गा डाला तब तक शिवा ने जो धर्मेन्द्र के पीछे बैठा था उसे गोली मार दिया। घटना में भम्र पैदा करने के लिए दोनों ने कार में एक 315 बोर का तमंचा रख कर फरार हो गए. हत्यारे हत्या को आत्म हत्या का रूप देना चाह रहे थे ।















