बेवफा सनम की शादी में खूब नाची, फिर जिंदगी को अलविदा

 
– किराए के मकान में लिव-इन रिलेशन में रहती थी
– प्रेमी ने शादी का न्योता दिया तो अवसादग्रस्त हो गई

कानपुर. अंत में मेरी ज़िन्दगी का बस यही रहा, ना कोई मेरा हो सका ना मैं किसी का हो सका। इसलिए जिंदगी अलविदा… अलविदा… अलविदा। इन्हीं जज्बात के साथ अधूरे इश्क और बेवफा सनम से आहत संगीता ने खुद को मौत के हवाले कर दिया। जिंदगी की डोर को फांसी के फंदे पर लटकाने से पहले संगीता ने अपने धोखेबाज प्रेमी की शादी में आंसुओं को छिपाकर जमकर डांस किया, लेकिन अपनी मोहब्बत को किसी और के करीब होते देखकर वह इतना परेशान हुई कि घर लौटते ही सुसाइड कर लिया। किसी इश्किया फिल्म जैसा यह किस्सा बहुत दर्दनाक और सच्चा है।

किराये का मकान और शादी की फर्जी कहानी

अधूरे इश्क की कहानी शुरू होती है कंप्यूटर कोचिंग क्लास से। साढ़ इलाके के चंदौली गांव के राम नारायण यादव की बिटिया के साथ एक नौजवान (काल्पनिक नाम अजय) भी पढ़ता था। गुजरते वक्त के साथ दोनों में दोस्ती हुई, जोकि धीरे-धीरे इश्क में बदल गई। इधर, संगीता की नगर निगम में संविदा पर बतौर कंप्यूटर ऑपरेटर नौकरी लग गई, उधर अजय भी विकास भवन में कंप्यूटर क्लर्क नियुक्त हो गया। शादी करने और घर बसाने का वादा था, इसलिए घर से दूर अकेले रहने वाले अजय और संगीता ने लिव-इन में रहने का फैसला किया। झटपट घर खोजा गया और कल्याणपुर के अंबेडकरनगर में मनोरमा के घर में किरायेदार बनकर पहुंच गए। खुद को दोनों ने पति-पत्नी बताया था।

छह महीने साथ रहे, फिर प्रेमी ने थमाया शादी का कार्ड

मोहल्ले वालों का कहना है कि संगीता काफी हंसमुख था। कभी शक भी नहीं हुआ कि अजय और संगीता लिव-इन में रहते हैं। अजय-संगीता का इश्क परवान चढ़ रहा था। छह महीने गुजर गए थे। संगीता जल्द ही अजय की दुल्हन बनने का ख्वाब संजो रही थी। इसी दरमियान उसके सपनों का मकान जमींदोज हो गया। एक सप्ताह पहले अजय ने उसके हाथ में एक कार्ड थमाया। यह कार्ड खुद अजय की शादी का न्योता था। संगीता के मुंह से शब्द भी नहीं निकले। वह इश्क में ठगी गई थी। अजय भी धोखा देकर चला गया था।

धोखेबाज प्रेमी की शादी में जमकर नाची संगीता

सोमवार को अजय की शादी थी। न्योता मिला था, इसलिए संगीता सज-धजकर धोखेबाज प्रेमी की शादी में गई। वहां अपने आंसुओं को छिपाकर स्टेज पर बधाई देने भी गई। फिर डीजे की धुन पर खूब नाची। संगीता की हंसी दिख रही थी, लेकिन उसका दर्द नहीं। जैसे ही जयमाल हुआ, संगीता वहां से रोते हुए निकल गई। घर लौटकर संगीता ने सुसाइड नोट लिखा और पंखे में फंदा बनाकर झूल गई। संगीता के भाई अमित ने बताया कि उसने लिखा था– सॉरी मम्मी-पापा मैं अपनी मर्जी से सुसाइड कर रही हूं । सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी कुशल पाल सिंह ने बताया कि तहरीर मिलने पर अग्रिम कार्रवाई करेंगे।

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