बड़ी खबर : G-7 में उठा वुहान लैब का मुद्दा, अमेरिका ने ड्रैगन से मांगा डाटा

सात समंदर पार चीन को घेरने का मिशन ड्रैगन तैयार हो चुका है। 2 साल से कोरोना की उत्पत्ति का सस्पेंस पूरी दुनिया झेल रही है लेकिन अब 7 देश मिल कर चीन से दो टूक जवाब चाहते हैं। पूरी दुनिया जानना चाहती है कि कि वुहान लैब की थ्योरी क्या है, कोरोना कैसे फैला. G7 देशों ने आज चीन को अपनी ज़िम्मेदारी याद दिलाई है साफ है चीन को अब उसी का झूठ भारी पड़ने वाला हैय़

ब्रिटेन की धरती पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन को साफ शब्दों में अल्टीमेटम दे दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने वुहान लैब की जानकारी साझा न करने पर चीन पर निशाना साधते हुए चीन को अपनी जिम्मेदारी की याद दिलाई।

यही वो बयान था जिसका डर चीन को पहले से सता रहा था। इससे पहले जो बाइडेन के शीर्ष चिकित्सा सलाहकार एंथनी फौसी ने भी चीन से वुहान की लैब में काम करने वाले तीन लोगों का मेडिकल रिकॉर्ड जारी करने को कहा था। अमेरिकी हेल्थ सेक्रेटरी जेवियर बेरेका ने तो साफ-साफ कहा कि चीनी लैब से कोरोना लीक हुआ। ताइवान को जांच का ऑब्जर्वर बनाया जाना चाहिए।

बता दें, चीन ने डब्लूएचओ की टीम से वुहान लैब का डाटा शेयर करने से इनकार कर दिया था जिसके बाद कई देशों ने चीन से सहयोग करने की अपनी की थी। लेकिन चीन अब तक चुप्पी साधे बैठा था अब जी7 में इस मुद्दे के उठने के बाद चीन के इस मुद्दे पर चुप रहना बेहद की मुश्किल हो गया है।

जी7 की बैठक में ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने भी साफ-साफ वुहान लैब की पारदर्शी जांच की मांग की। यानि पूरी दुनिया अब चीन से हिसाब मांग रही है। वुहान लैब में ऐसा क्या है जिसे छिपाने के लिए जिनपिंग पूरी दुनिया को नाराज कर रहे हैं। आखिर ऐसा क्या है जिस पर पर्दा  डालने के लिए चीन धमकी देने पर उतर आया है। चीन पर उठे सवालों पर लंदन में चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि वह समय काफी पहले बीत गया, जब देशों के छोटे समूह वैश्विक फैसले लिया करते थे।

हर मोर्चे पर खुद को घिरता देश चीन बौखलाहट पलटवार करने की कितनी भी कोशिश कर रहे उसका हर झूठ अब बेनकाब हो चुका है

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