
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण अस्पतालों में आक्सीजन की कमी चल रही है। ऐसे में मरीज और उनके तीमारदार परेशान है। यहां बागपत रोड स्थित केएमसी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से बीते 24 घंटे में 8 लोगों की मौत का दावा किया। रविवार की देर रात भी अचानक अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होने की बात सामने आई। जिसके बाद यहां भर्ती 163 मरीजों की सांसें फूलने लगी। प्रशासन 26 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए। इसके बाद मरीजों ने राहत की सांस ली है।
CMO की टीम ने ऑक्सीजन की कमी की जांच की
शहर के बागपत रोड पर स्थित निजी केएमसी अस्पताल को कोविड अस्पताल भी बनाया गया है। इस अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों का आरोप है कि अस्पताल का स्टॉफ बार-बार आक्सीजन कम होने की बात कह रहा है। ICU में भर्ती 8 मरीजों की मौत अब तक 24 घंटे में यहां हो चुकी है। इसके पीछे भी तीमारदारों को आक्सीजन की कमी की बात कही जा रही है। अस्पताल के बारे में लगातार मिल रही शिकायतों के बाद CMO के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की एक टीम अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंची। इस टीम ने मरीज के तीमारदारों से बात की और पूरी जानकारी की। इससे पहले भी शिकायत के आधार पर यहां प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने निरीक्षण किया था, उस वक्त भी अस्पताल प्रबंधन ने टीम का जांच में सहयोग नहीं किया था।
इस संबंध में CMO डॉ. अखिलेश मोहन का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा आक्सीजन कमी के संबंध में जो जानकारी दी गई। प्रथम दृष्टया वह निराधार लग रही है। केएमसी अस्पताल को अन्य अस्पतालों के मुकाबले अधिक सिलेंडर दिये गए थे, अभी आक्सीजन के मिस यूज की बात सामने आ रही है। जांच टीम अपनी रिपोर्ट देगी उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जांच टीम के सामने रोने लगे तीमारदार
जांच टीम जब केएमसी अस्पताल पहुंची तो तीमारदारों ने एक एक कर शिकायतें सामने रखनी शुरू कर दी। तीमारदारों ने बताया कि कैसे उनके मरीज के साथ व्यवहार किया जा रहा है। अंदर आक्सीजन खत्म होने की बात कही जाती है और जब हम बाहर से व्यवस्था करते हैं तो लेते नहीं हैं। इस पर जांच टीम के सदस्य ने कहा कि हम आपके लिए आए हैं तो एक तीमारदार रो पड़ा और बोला सर जल्दी से कुछ कराओ नहीं तो सब कुछ खत्म हो जाएगा, फिर हम क्या करेंगे। बचा लो सर, हमारे मरीज को बचा लो।










