
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,35,257 सैम्पल की जांच की गयी। जिसमें 50 प्रतिशत से अधिक जांचे आर.टी.पी.सी.आर के माध्यम से की गयी हैं। प्रदेश में अब तक कुल 3,37,15,631 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 542 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 3,396 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। प्रदेश में कोविड-19 से ठीक होने का प्रतिशत 98 है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 5,95,920 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,86,806 क्षेत्रों में 5,13,869 टीम दिवस के माध्यम से 3,15,44,836 घरों के 15,31,30,373 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस समय कई प्रांतों में संक्रमण के केस बढ़ रहे हैं, जिससे प्रदेश में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आप लोग अपने हाथ को साबुन पानी से बार-बार धोते सेनेटाइज करते रहें, तथा मास्क का प्रयोग अवश्य करें।श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के सभी मेडिकल कालेज, जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सप्ताह के छः दिन सोमवार से शनिवार एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सोमवार, गुरूवार और शुक्रवार तक कोविड वैक्सीनेशन का टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज भी कोविड वैक्सीनेशन बड़े स्तर पर किया जा रहा है।
अभी तक जानकारी के अनुसार एक लाख से अधिक कोविड वैक्सीनेशन का टीकाकरण किया गया है। अब तक कुल 40 लाख से अधिक कोविड वैक्सीनेशन की डोज लगायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि कल रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य मेला समस्त सामुदायिक केन्द्र पर किया गया था। मेले में 2,46,377 मरीजों ने अपनी जांच करायी, जिसमें 2698 मरीजों को उच्च स्तर पर रिफर किया गया। मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में 34967 आयुषमान गोल्डन कार्ड भी बनाये गये।
प्रसाद ने बताया कि कई प्रांतों में कोरोना संक्रमण के केस में उछाल आ रही है। जिस प्रकार प्रदेश में सावधानी बरतने की अति आवश्यकता है। जिस प्रकार पिछले वर्ष ग्राम निगरानी समितिध्मोहल्ला निगरानी समिति ने जो कार्य किये थे इस समय फिर कार्य करने की अति आवश्यकता है। जो लोग अन्य प्रांतों से आ रहे वे अपनी कोविड-19 की जांच अवश्य करायें। जैसे देखने को मिला है कि कई लोगों की जांच की गई जिसमें से पाॅजिटिव पाये जा रहे हैं।
उन्होंने अन्य प्रांतों से आने वाले सभी व्यक्तियों से अपील की है कि वे घर जाने से पहले कोविड-19 की जांच अवश्य करायें और उसके बाद ही अपने घर के लिए प्रस्थान करें। उन्होंने बताया कि मेरा कोविड केन्द्र के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने पांच किलोमीटर के क्षेत्र में कोविड-19 के जांच के केन्द्रों सर्च कर जांच करा सकता है। इसके साथ ही जांच का परिणाम भी स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन ही जाना जा सकता है।
लखनऊ में कोरोना संक्रमण के 141 नए केस, हजरतगंज में मिले सबसे ज्यादा मरीज
राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रविवार को पिछले तीन माह में सबसे ज्यादा 141 नए संक्रमित मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग से लेकर शासन तक में हलचल मच गई। बेकाबू होते कोरोना पर नियंत्रण के लिए शासन ने रात में ही स्वास्थ्य विभाग की बैठक बुला ली। इसमें संक्रमण रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने और पॉजिटिव मरीजों की बेहतर देखभाल के निर्देश दिए गए। आंकड़ों के अनुसार, हजरतगंज और अलीगंज में वायरस खासतौर पर रफ्तार पकड़ रहा है। रविवार को हजरतगंज में सबसे ज्यादा 19 मरीज पाए गए। वहीं, अलीगंज में 15 पॉजिटिव मिले। इसके अलावा गोमती नगर में 12 व इंदिरा नगर में 10 मरीज पाए गए। वहीं, विभूति खंड में नौ और रायबरेली रोड पर छह नए मरीज मिले। कुल 13 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। शेष ने होम आइसोलेशन का अनुरोध किया। तीन
शिक्षक कोरोना पॉजिटिव, स्कूल बंद
वहीं, सीएमएस अलीगंज के तीन शिक्षक कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जिसके चलते सोमवार को स्कूल बंद कर दिया गया। अभिभावकों ने कैंप लगाकर भी टेस्टिंग कराए जाने की मांग की है।
सक्रिय मरीजों की संख्या तीन गुना बढ़ी
एक हफ्ते पहले न्यूनतम 200 तक की संख्या पर लुढ़कने के बाद लखनऊ में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या अचानक तीन गुना से भी ज्यादा बढ़कर 659 हो गई है। रविवार को कुल 27 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सॢवलांस एवं कांटैक्ट ट्रेसिंग के आधार पर विभिन्न होटलों-दुकानों, प्रतिष्ठानों, बाजारों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों और अन्य भीड़भाड़ वाली जगहों तथा संक्रमण प्रभावित इलाकों से कुल 7823 मरीजों के नमूने लिए।
आरएसएम अस्पताल को फिर बनाया गया कोविड अस्पताल, लोकबंधु में भी तैयारी
जिला प्रशासन के निर्देश पर सीएमओ डा. संजय भटनागर ने सीतापुर रोड स्थित राम सागर मिश्रा अस्पताल को कोविड-19 चिकित्सालय में बदल दिया है। फिलहाल, इसे लेवल वन का अस्पताल बनाया गया है। लोकबंधु अस्पताल को फिर कोविड-19 की तैयारी करने के लिए कह दिया गया है। चिकित्सा अधीक्षक डा. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि लोकबंधु में कोविड-19 से निपटने की तैयारियां पूरी की जा रही हैं। अगले दो दिनों में यह अस्पताल फिर पूरी तरह कोरोना मरीजों के लिए तैयार हो जाएगा। हालांकि, लोकबंधु अस्पताल को अभी वैकल्पिक मोड में रखा जाएगा।
लोहिया कोविड अस्पताल में बढ़ेंगे बेड
लोहिया संस्थान के कोविड अस्पताल की मौजूदा बेड संख्या 50 से बढ़ाकर सौ की जा रही है। केजीएमयू, एसजीपीजीआइ के कोविड-19 अस्पतालों को फिर पूरी तरह सक्रिय किया जा रहा है। इन अस्पतालों में आइसीयू, एचडीयू, ऑक्सीजन व्यवस्था, वेंटिलेटर और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है।
मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में रविवार को कुल 6313 लोगों की जांच कर उन्हेंं दवा और परामर्श दिया गया। इस दौरान कोरोना के संदिग्ध लक्षणों वाले 1192 लोगों का एंटीजन टेस्ट किया गया। राहत की बात रही कि इन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई। आरोग्य मेले में कुल 2273 पुरुषों, 3089 महिलाओं और 951 बच्चों को परामर्श दिया गया। साथ ही 1116 लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया।
सिविल अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच शुरू
सिविल अस्पताल में वीटीएम किट न मिलने से करीब 15 दिनों तक बंद रही कोविड-19 जांच फिर शुरू हो गई है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने सिविल अस्पताल को किट मुहैया करा दिया है। दैनिक जागरण ने कई बार सिविल अस्पताल में कोविड-19 किट खत्म होने के मुद्दे को प्रमुखता से छापा था।
722 लोगों को लगी वैक्सीन
एसीएमओ डा. एमके सिंह ने बताया कि रविवार को सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन बंद रहा। कुछ निजी अस्पतालों में वैक्सीन लगाई गई, जहां कुल 722 लोगों ने टीकाकरण कराया। इसमें 393 पुरुष और 329 महिलाएं शामिल रहे।
रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन पर हुई सघन जांच
डाक्टर एमके सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने रविवार को रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन आने जाने वाले यात्रियों की सघन जांच की। इस दौरान करीब तीन हजार लोगों के नमूने लिए गए।










