
बतौर फिल्ममेकर अभिनेता मनोज कुमार काफी हार्ड टास्क मास्टर माने जाते रहे हैं. वो अपने फिल्म के कलाकारों को काफी अनुशासन में रखना पसंद करते थे. साल 1981 में मनोज कुमार ने मल्टीस्टारर फिल्म ‘क्रांति’ की शुरुआत की जिसमें दिलीप कुमार, हेमा मालिनी के साथ परवीन बॉबी भी मौजूद थी. इस फिल्म में परवीन बॉबी को हेमा मालिनी के parallel रोल दिया गया था, लेकिन बाद में इसमें फेरबदल कर दिया गया जिससे परवीन बॉबी काफी नाराज थी और शूटिंग में सहयोग नहीं कर रही थी.
दरअसल इस फिल्म में परवीन बॉबी को शत्रुघ्न सिन्हा के साथ रोमांटिक लीड करना था और उस पर दो गाने भी फिल्माए जाने थे. लेकिन बाद में स्क्रिप्ट में बदलाव किया गया और सारे गाने हेमा मालिनी पर फिल्माने का निर्णय लिया गया. जाहिर है इससे परवीन बॉबी को नाराज होना ही था.
अब उन्होंने स्टार वाला नखरा दिखाना शुरू कर दिया. जल्द ही मनोज कुमार तंग आ गए. परवीन बॉबी की हरकतों को काबू में रखने के लिए मनोज कुमार ने एक तरीका ये निकाला कि उन्होंने परवीन बॉबी पर डेथ सीन फिल्मा लिये. यानि जब परवीन की हरकतें बेकाबू हो जाएं तो उन्हें फिल्म में मरा हुआ दिखा दिया जाए.
जब इस बारे में परवीन बॉबी को पता चला तो उनके होश ठिकाने आ गए. यानि अब मनोज कुमार की उनकी जरूरत नहीं रही. अब ये उन पर निर्भर करता है कि वो फिल्म में रहें या ना रहें. परवीन बॉबी ने फिल्म में रहना ही बेहतर समझा और फिल्म की शूटिंग पूरी की.














