सांसद प्रज्ञा सिंह ने दी हिंदुओं को दी ज्यादा बच्चे पैदा करने की सलाह, कहा-देश में जब अधर्म बढ़ता है, देशद्रोह बढ़ता है, तो…

भोपाल (हि.स.)। भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने हिन्दुओं को ज्यादा बच्चे पैदा करने की सलाह दी है। उन्होंने हिन्दुओं को अनाथाश्रमों से बच्चे गोद लेकर संतान सुख लेने का भी विरोध किया है।

उन्होंने गुरुवार को अपने आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश में जब अधर्म बढ़ता है, देशद्रोह बढ़ता है, तो उसके कई कारण होते हैं। हमारे देश में रोहिंग्या आए, उनकी संतानें विभिन्न रूपों में आईं। वे वेश बदलकर रह रहे हैं। आतंकी गतिविधियां, चोरी, बदमाशी और गैरकानूनी गतिविधियां कर रहे हैं। बांग्लादेशियों की संतानें कभी देशभक्त नहीं हो सकते, यह गारंटी है।

उन्होंने कहा कि सनातनी, हिन्दुओं की संतानों को मुस्लिम बरगलाकर, मतांतरण कराकर ले जा रहे हैं। हिंदू कम संतान पैदा कर रहा है। नहीं तो कर ही नहीं रहा। वह (हिन्दू) अनाथाश्रमों से लेकर माता-पिता के लाने का सौभाग्य प्राप्त कर रहा है। मैं इसका विरोध कर करती हूं। खुद की संतानें अगर दो होती हैं, तो अच्छी हैं। मैं कहती हूं कि अगर देशभक्त लोग हैं, तो देश भक्तों को अपनी संख्या में लाकर देश बचाना चाहिए। नहीं तो विधर्मी हमें समाप्त करने पर तुले हैं। यह हमें बर्दाश्त नहीं।

साध्वा प्रज्ञा सिंह ने कहा कि अवैध मदरसों को तत्काल बंद करना चाहिए। उस भूमि को खाली करवाकर लोगों के विकास में लगाना चाहिए। अवैध तो कुछ भी ठीक नहीं है। किसी को भी गैर कानूनी काम करने का प्रयास नहीं करना चाहिए। शासन को कोशिश करनी चाहिए कि जो अवैध मदरसे चल रहे हैं, उनको खत्म करके तत्काल समाप्त करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि औरंगजेब का महिमामंडन करने वाले लोग मुगल शासक थे, जिन्होंने देश को परतंत्र बनाए रखा। उनकी तारीफ करने वाले, उनके पक्ष में बोलने वाले, उनका महिमामंडन करने वाले लोग देशद्रोही हैं। ऐसे लोगों को छानबीन कर लेना चाहिए। इनको देशद्रोह के तहत सजा देना चाहिए।

भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ने इंदौर में पर्चे बांटने की घटना को लेकर कहा कि वह षड्यंत्रों को पूरा करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। उनके अनुसार जो दारुल हर्ब से दारुल इस्लाम में परिवर्तित करने का सिद्धांत है। उसे वह पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। हर जगह जिस तरह से मतांतरण, लव जिहाद के केस और ऐसी गतिविधियां, एचयूटी, पीएफआई की गतिविधियां चल रही है। उनको देखते हुए यही कहूंगी कि यह अंदरूनी तौर पर एक संगठन पर प्रतिबंध लगता है, तो कई और खड़े हो जाते हैं। यह राक्षसी वृत्तियां हैं, यह इसी प्रकार से बढ़ेगी, लेकिन सनातन धर्मी आगे आकर इन पर विराम लगाते रहे हैं। आगे भी लगाते रहेंगे।

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