
गुना जिले में एक डेढ़ साल के बच्चे से कोरोना गाइडलाइन का पालन कराया गया। मास्क न पहनने पर 100 रुपए का चालान कर दिया गया। कार में बैठे बच्चे के एक कान से मास्क लटक रहा था, जबकि ड्राइवर और दूसरा 6 साल का बच्चा मास्क लगाए हुए था। चालान में बच्चे की उम्र की जगह उसके पिता की उम्र लिख दी। मामला सामने आने के बाद एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने कहा है कि मामले में ड्राइवर ने गलती से बच्चे का नाम लिखवा दिया है। फिर भी कोतवाली टीआई को जांच के निर्देश दिए गए हैं।
स्थानीय पुरानी गल्ला मंडी निवासी एक परिवार के 6 वर्षीय बालक व एक डेढ़ वर्षीय बालक कार में ड्राइवर के साथ एलआईसी के पीछे स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित घर से पुरानी गल्ला मंडी स्थित अपने घर जा रहे थे। इसी बीच गायत्री मंदिर के पास चल रहे पुलिस के स्थायी चेकिंग पाॅइंट पर कार को रोक लिया।
ड्राइवर और 6 वर्षीय बालक भी मास्क लगाए हुए थे। सिर्फ डेढ़ वर्ष के बच्चे का मास्क उसके एक कान से लटका हुआ था। चेकिंग पाॅइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बच्चे के नाम की 100 रुपए की रसीद काट दी। रेडक्रॉस सोसाइटी की रसीद बाकायदा बच्चे पुरु जैन पुत्र गौरव जैन के नाम बनाई गई। हालांकि इसमें बच्चे की उम्र न लिखते हुए पिता की उम्र लिखी गयी।
लोग खिंचाई कर रहे हैं
डेढ़ वर्ष के इस बच्चे पर की गई चालानी कार्रवाई पर लोग पुलिस की खिंचाई भी कर रहे हैं। लोगों का कहना है, एक तरफ एसपी राजीव कुमार मिश्रा लगातार पुलिसकर्मियों से नागरिकों के प्रति अपने व्यवहार में परिवर्तन लाने और केवल नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ पुलिसकर्मी लगातार मनमानी कर रहे हैं।
पिछले दिनों कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें पुलिस की मनमानी देखने को मिली है। भुल्लनपुरा चेकिंग प्वाइंट पर युवक से डिप्स लगवाने का मामला हो या फिर कैंट चौराहे पर मजदूरी करने जा रहे युवक की मोटरसाइकिल की जबरन हवा निकाल देने का मामला हो।














