हमास की कैद में 199 लोग, गाजा के लिये रवाना हुए सभी बंधक

इजराइली डिफेंस फोर्स का कहना है कि 199 लोग हमास के लड़ाकों की कैद में हैं। पहले ये आंकड़ा 120 बताया गया था। लड़ाके इन बंधकों को गाजा ले गए हैं। इधर, इजराइल-हमास जंग के बीच लेबनान में एक और मोर्चा खुलने जा रहा है। इजराइल ने कहा है कि लेबनान बॉर्डर पर भी 2 किलोमीटर दूर तक का इलाका खाली कराया जाएगा। कल लेबनान में हुए हिजबुल्लाह के अटैक के बाद इजराइल ने जवाबी कार्रवाई की थी। इसके बाद इजराइल की 28 कम्युनिटीज को वहां से हटाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जाएगा।

सीजफायर पर सहमति नहीं बनी इजराइल के गाजा पर किए हमले में हजार लोग लापता हैं। इनके मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें दक्षिणी गाजा में युद्ध विराम पर सहमति बनने की बात कही गई थी।

सीजफायर पर सहमति नहीं बनी

इजराइल के गाजा पर किए गए हमले में हजार लोग लापता हैं। इनके मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें दक्षिणी गाजा में युद्ध विराम पर सहमति बनने की बात कही गई थी।

बाइ़डेन बोले- गाजा पर कब्जा इजराइल की बड़ी गलती होगी

इजराइल-हमास जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमास का खात्मा जरूरी है, लेकिन गाजा पर कब्जा इजराइल की बड़ी गलती होगी। उन्होंने कहा- हमास ने बर्बरता की है। इस संगठन का खात्मा जरूरी है, लेकिन फिलिस्तीन लोगों के लिए भी देश होना चाहिए, अलग सरकार होनी चाहिए।

वहीं, अगर इजराइल गाजा पर कब्जा कर लेता है तो ये उसकी बहुत बड़ी गलती होगी। AP के मुताबिक, आने वाले दिनों बाइडेन इजराइल जा सकते हैं। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के हवाले से कहा कि बाइडेन की इजराइल विजिट की डेट फिलहाल फाइनल नहीं हुई है।

इधर, इजराइल डिफेंस फोर्स ने हमास के हमले से पहले और बाद की सैटेलाइट फोटो शेयर की। इसमें जली हुई इमारतें और काला धुआं दिखा रहा है।

7 अक्टूबर से शुरू हुई जंग का आज 10वां दिन है। अब तक इजराइल के हमलों से गाजा में 2,450 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है। इनमें 724 से ज्यादा बच्चे और 370 से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं। वहीं, हमास के हमले में करीब 1,400 इजराइली मारे गए हैं।

गाजा पर बड़े हमले से पहले हवाई दौरा

इजराइली एयरफोर्स ने ग्राउंड फोर्सेज को गाजा पट्टी पर बड़े हमले से पहले इलाके का हवाई दौरा कराया है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा पट्टी पर हमले के लिए उन कमांडर्स को चुना गया है, जो पहले भी गाजा में तैनात रह चुके हैं।

दरअसल, 2005 से पहले गाजा पट्टी पर इजराइल का ही कब्जा था। इस इलाके को इजराइल ने 1967 की जंग के बाद जीता था। हालांकि, 2005 में ओस्लो संधि के बाद यहां से अपनी फौज को हटाकर, कब्जा भी छोड़ दिया था।

गाजा के बाद वेस्ट बैंक में भी दिखे इजराइली सैनिक

अलजजीरा के मुताबिक, इजराइली सैनिकों ने वेस्ट बैंक में रेड की है। इस दौरान जेरिको के अकाबत जब्र कैंप में रहना वाला एक फिलिस्तीनी मारा गया है। यहां से कई फिलिस्तियों को गिरफ्तार भी किया गया है। जंग शुरू होने के बाद से वेस्ट बैंक में 53 लोगों की मौत हुई है। 1,100 लोग घायल हुए हैं।

गाजा के लोगों को पनाह नहीं देगा

इजराइल गाजा से लोगों को निकालने पर आमादा है, लेकिन सवाल ये है कि यहां से निकाले जाने के बाद गाजा के लोग शरण कहां लेंगे। 15 अक्टूबर को इजिप्ट ने साफ कर दिया कि वो गाजा के लोगों को अपने सिनाई रेगिस्तान में रुकने की मंजूरी नहीं देगा।

रविवार को इजिप्ट सरकार की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की इमरजेंसी मीटिंग हुई। प्रेसिडेंट अब्देल फतेह अल सीसी ने इसकी अध्यक्षता की। मीटिंग के बाद जारी बयान में सीसी ने कहा- हमारी सुरक्षा ही हमारी लक्ष्मण रेखा है और इस मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

इस बयान का मतलब साफ है कि गाजा के 20 लाख से ज्यादा लोगों को इजिप्ट अपने देश में नहीं आने देगा। पहले कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि इजिप्ट सिनाई इलाके में टेम्परेरी कैम्प लगाकर इन लोगों को रुकने की मंजूरी दे सकता है। अब UN के सामने सबसे बड़ी दिक्कत इन लोगों को शेल्टर देने की है, क्योंकि इजराइल किसी भी वक्त गाजा में जमीनी कार्रवाई शुरू कर सकता है।

अहम अपडेट्स

गाजा खाली करने की इजराइली सेना की घोषणा के बाद से 5 लाख लोग साउथ गाजा में पलायन कर चुके हैं। रिपोर्टस के मुताबिक, हमास की कैद में 199 इजराइली हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सोमवार दोपहर इजराइल लौट आए हैं। वो पिछले हफ्ते इजराइल पर हमास के हमले के बाद तेल अवीव पहुंचे थे। इसके बाद यहीं से जॉर्डन, सऊदी अरब और इजिप्ट के दौरे पर गए थे। इजराइली सिक्योरिटी कैबिनेट की बैठक भारतीय समय के मुताबिक, रात 10:30 होगी।

फिलिस्तीन में राहत सामग्री के लिए गाजा और मिस्र के बीच राफाह क्रॉसिंग को खोला गया है। इस दौरान गोलीबारी नहीं की जाएगी। अमेरिका इजराइल से अपने नागरिकों को समुद्र के रास्ते से रेस्क्यू करेगा। अमेरिकी विदेश मंत्रालय पेंटागन ने 15 अक्टूबर को बताया कि अब तक 29 अमेरिकी हमास के हमले में मारे जा चुके हैं। इसके अलावा 14 लापता हैं।

इजराइली सेना जमीनी हमले के लिए तैयार, सरकार से हरी झंडी का इंतजार

इजराइली सेना ने गाजा में मिलिट्री ऑपरेशन की पूरी तैयारी कर ली है। सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल डेनियल हेगेरी ने रविवार रात कहा- हम बिल्कुल तैयार हैं। सिर्फ सरकार की तरफ से हरी झंडी का इंतजार है। इस बारे में हम उनसे बातचीत भी कर रहे हैं। प्राइम मिनिस्टर बेंजामिन नेतन्याहू ने 15 अक्टूबर को गाजा बॉर्डर पर इजराइली सैनिकों से मुलाकात की। उन्होंने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि इजराइली सेना जमीनी कार्रवाई कब शुरू करेगी। एक रिपोर्टस के मुताबिक, इजराइली डिफेंस फोर्स के 10 हजार सैनिक गाजा में जमीनी हमले के लिए तैयार हैं। बॉर्डर पर कई सौ इजराइली टैंक तैनात हैं।

अब तक हमास के 6 कमांडर मारे गए

सोमवार को सेना ने कहा कि उसने हमास के 6 कमांडरों को मार गिराया है। रविवार को किबुत्ज नीरिम और किबुत्ज नीर ओज में हमला करने वाले हमास कमांडर को मारे गए थे। इसके पहले 14 अक्टूबर को इजराइली सेना ने हमास के दो बड़े कमांडरों को मार गिराया। सेना ने बताया कि उन्होंने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले को लीड करने वाले कमांडर अली कादी को मार गिराया है। अली कादी को मारने का काम इजराइल की इंटरनल इटेलिजेंस एजेंसी शिन बेत ने किया है। इसी तरह, हमास का एयरफोर्स हेड मुराद अबु मुराद भी इजराइली हमले में मारा गया।

UN बोला- गाजा के अस्पतालों में 24 घंटे का इमरजेंसी बिजली बची

10 अक्टूबर को इजराइल ने गाजा की तरफ वाटर और इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई को रोक दिया था। इससे वहां पानी खत्म होने की कगार पर है। UN ने कहा है कि इससे 20 लाख लोगों की जिंदगी दांव पर लगी है। वहां के अस्पतालों में 24 घंटे की इमरजेंसी इलेक्ट्रिसिटी बची है। इसके बाद अस्पतालों में रखे इक्यूपमेंट्स काम करना बंद कर देंगे। इससे पेशेंट्स की जिंदगी को खतरा है।

इसके पहले वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन का कहना है कि गाजा के अस्पतालों में भर्ती मरीजों को देश छोड़ने के लिए मजबूर करना मृत्युदंड जैसा है। दरअसल, इजराइली हमलों में 19 से ज्यादा अस्पतालों को नुकसान पहुंचा है। 20 से ज्यादा एम्बुलेंस तबाह हुई हैं। ऐसे में मरीज को भी इवैक्यूएट किया जा रहा है। इन्हें गाजा में ही दूसरे सुरक्षित अस्पतालों में भी जगह नहीं मिल रही क्योंकि वहां हजारों घायलों का इलाज हो रहा है। मरीज भी देश छोड़ने को मजबूर हैं।

हमास लड़ाकों के शवों से मिले कोडेड दस्तावेज

इजराइल से जंग में मारे गए हमास लड़ाकों के शवों और उनकी गाड़ियों से कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। कोडवर्ड में लिखे गए इन दस्तावेजों में हमास के इजराइल पर अटैक करने की प्लानिंग का जिक्र है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, डॉक्यूमेंट्स में इजराइली लोगों को अगवा करने और जान से मारने के निर्देश थे।

इजराइली सेना के सीक्रेट्स जानता था हमास

हमास के प्लानिंग डॉक्यूमेंट्स, वीडियो और इजराइली सेना के अधिकारियों के कुछ बयान सामने आए। इनसे साफ होता है कि लड़ाकों को इजराइली मिलिट्री की वर्किंग के बारे में सटीक जानकारी थी। वो ये जानते थे कि सेना की स्पेसिफिक यूनिट कहां तैनात है। इतना ही नहीं, हमास के लड़ाकों को इस बात की भी जानकारी थी कि किन इलाकों में सेना को पहुंचने में और दोबारा इकट्‌ठा होने में कितना समय लगेगा।

‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’

हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। वहीं इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने शनिवार को कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।

वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।

इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद

मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।

गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।

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