चंडीगढ़: पंजाब के पठानकोट एक बार फिर आतंक के साये में दिखाई दे रहा है एक बार फिर दहशत का माहौल पूरे इलाके में है. दरअसल उत्तर भारत में चल रहे आतंकी अलर्ट के बीच पंजाब के पठानकोट में संदिग्धों के देखे जाने की ख़बर है. बताया जा रहा है कि दोनों सेना की वर्दी पहने हुए हैं. वहीं संदिग्धों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने इलाकें में सर्च अभियान चलाया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गांव के एक किसान बलबीर सिंह शुक्रवार शाम जब अपने खेतों में कार्य कर रहे थे तो इस दौरान उनकी ट्रैक्टर लाइट दूसरे खेतों में पड़ी जहां 3-4 संदिग्ध जाते दिखे। इसके बाद वो ट्रैक्टर छोड़ कर अपने घर आ गए और इसकी सूचना गांव के सरपंच को दी।
जानकारी के मुताबिक पठानकोट और इसके आसपास के इलाके में अलर्ट (Alert) जारी किया गया है. जिसके बाद पंजाब पुलिस और सेना ने मिलकर सर्च शुरू किया है. हाल के दिनों में पठानकोट में संदिग्ध गतिविधिया तेज हुई है. पंजाब पुलिस की खुफिया इकाई की एक जानकारी के मुताबिक राज्य से जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के छह से सात आतंकवादी दिल्ली की ओर जाने की साजिश रच रहे हैं.
इससे पहले 15 नवंबर को जिले के माधोपुर के निकट बंदूक दिखाकर चालक से एसयूवी कार छीनकर फरार हो गए थे. हालांकि पुलिस ने इस घटना में ‘आतंकी दृष्टिकोण’ की संभावना को खारिज नहीं किया था.
बता दें कि याद दिला दें कि इंटेलिजेंस ने पहले ही पंजाब में आतंकी हमले का अलर्ट जताया था, जिसके बाद अमृतसर हमला हुआ था. भारतीय वायु सेना के पठानकोट एयरबेस पर आतंकवादियों ने 2 जनवरी 2016 को हमला किया था. इस हमले में सात लोग मारे गए थे.
इससे पहले खबर आई थी की भारत-पाक सीमा से सटे बमियाल में शुक्रवार को एक कार लूटी गई है। हालांकि पुलिस ने बाद में कार बरामद कर ली थी। पिछले दिनों ही खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी करते हुए पंजाब में आतंकी हमले की आशंका व्यक्त की थी। इस अलर्ट के बाद राज्य पुलिस और सुरक्षा एजेंसिया सतर्क हो गई हैं।
आपको बता दें कि पंजाब के अमृतसर में 18 नवंबर को बाइक सवार दो लोगों ने धार्मिक समागम में भीड़ पर ग्रेनेड फेंका। इस विस्फोट में एक उपदेशक सहित तीन लोगों की मौत हो गई थी जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। अमृतसर के राजा सांसी के समीप अदलिवाला गांव में निरंकारी भवन में निरंकारी पंथ के धार्मिक समागम के दौरान यह विस्फोट हुआ। यह स्थान अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के समीप है। बाइक पर आए दो लोगों ने ग्रेनेड फेंका। उनके चेहरे ढके हुए थे