नोबेल 2020 से सम्मानित कार्यों पर आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

भास्कर ब्यूरो वाराणसी


ब्यूरो वाराणसी। भारत रत्न एवं नोबेल पुरस्कार से सम्मानित महान भौतिक शास्त्री सी.वी. रमन की जयंती पर विज्ञान संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, नई दिल्ली एवं राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी, इलाहाबाद के साथ मिलकर व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने शनिवार को कृषि विज्ञान संस्थान के शताब्दी कृषि प्रेक्षागृह में भौतिकी, रसायनशास्त्र एवं फिजियोलॉजी/मेडिसीन में नोबेल 2020 से सम्मानित कार्यों पर आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का युवा वैज्ञानिकों के लिए विशेष महत्व है क्योंकि महान वैज्ञानिकों के कार्य व योगदान से उन्हें नए शोध करने की प्रेरणा मिलेगी।

उन्होंने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में विज्ञान के शिक्षक व शोधकर्ता हैं, ऐसे में ये व्याख्यान उन सभी के लिए काफी लाभकारी साबित होंगे। उन्होंने युवा वैज्ञानिकों, शोधार्थियों व छात्रों का आह्वान किया कि वे इन व्याख्यानों को सुनें व महान वैज्ञानिकों की सफलताओं से प्रेरणा लेते हुए, जिस भी क्षेत्र में उनकी रूचि है, उसमें नई खोजों की दिशा में कार्य करें। कुलपति जी ने कहा कि जब आप अलग तरीके से सोचते हैं तभी कोई नई खोज संभव हो पाती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. ए.के. त्रिपाठी द्वारा शुरू की गई ये पहल नियमित रूप से युवा वैज्ञानिकों का प्रोत्साहन व मार्गदर्शन करेगी।

इस व्याख्यान श्रंखला में इंडियन इन्सटिट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, मोहाली में विजिटिंग प्रोफेसर प्रो. कुलिन्दर पाल सिंह, इंस्टिट्यूट ऑफ जिनोमिक्स एंड इंटिग्रेटिव बायोलॉजी, नई दिल्ली में वरिष्ठ वैज्ञानिक, डॉ. देबज्योति चक्रवर्ती एवं नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जिनोमिक्स, कल्याणी के निदेशक प्रो. सौमित्र दास ने ऑनलाइन व्याख्यान दिये। कार्यक्रम में विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. ए.के. त्रिपाठी, विज्ञान संकाय के प्रमुख प्रो. मल्लिकार्जुन जोशी, कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. रमेश चंद, कृषि संकाय के प्रमुख प्रो. ए.पी. सिंह, पर्यावरण एवं धारणीय विकास संस्थान के निदेशक प्रो. ए.एस. रघुवंशी समेत अनेक विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य व शिक्षक उपस्थित थे। बड़ी संख्या में छात्र व शिक्षक ऑनलाइन भी कार्यक्रम से जुड़े।

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