कोरोना की वैक्सीन के लिए आधार कार्ड होगा अनिवार्य! जानिए पूरी सच्चाई

पूरी दुनिया आज कोरोना नाम की महामारी से जूझ रही है. जहां एक तरफ कुछ देशों में इस बिमारी की वैक्सीन का वितरण करने को तैयार है और वहीं दूसरी तरफ कई देशों में तो कोरोना महामारी का नया दौर भी शुरू हो गया है. आज करोड़ों लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं. तो वहीं लाखों लोग इस महामारी के चलते अपनी जान भी गवां चुके हैं. भारत में भी ये बीमारी थमने का नाम नहीं ले रही है. लेकिन इसी के बीच भारत की केंद्र सरकार ने एक खुशखबरी दी है. जिसमें भारत में अगले साल के शुरुआत में कोरोना की वैक्सीन आने की संभावना जताई है.

दरअसल, भारत बायोटेक अपनी कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ को अगले साल फरवरी तक लॉन्च कर सकती है. इस ऐलान के बाद ही केंद्र सरकार इस टीके के वितरण और किन-किन लोगों को सबसे पहले दिया जाएगा, इसकी प्राथमिकताओं पर ध्यान देने में जुट गई है. जैसा कि कंपनी ने दावा किया है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन भारत में उपलब्ध होने वाली पहली वैक्सीन होगी. यही वजह है कि इसके वितरण प्रक्रिया को अंतिम रूप देने और जिन लोगों को पहले टीका दिया जायेगा. भारत सरकार उन लोगों की पहचान करने में जुट गई है.

इन वितरणों को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञों ने एक ब्लूप्रिंट तैयार किया है. इस ब्लूप्रिंट के मुताबिक सबसे पहले 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. जिनमें डॉक्टर और एमबीबीएस स्टूडेंट शामिल होंगे और यह टीका बिल्कुल मुफ्त होगा. वहीं इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा था कि राज्यों को वैक्सीन की प्राथमिकता वाले लाभार्थियों के समूह की पहचान करने के लिए कहा गया है. वैक्सीन आने के बाद पहले चरण में कुल 30 करोड़ प्राथमिकता वाले लाभार्थियों को वैक्सीन की खुराक मिलेगी.

कोरोना वैक्सीन को लेकर अब तक मोटे तौर पर चार श्रेणियों की पहचान की गई है.

1. एक करोड़ हेल्थकेयर पेशेवर: वैक्सीन आने पर सबसे पहले देश के एक करोड़ से अधिक हेल्थकेयर वर्कर्स को यह टीका दिया जाएगा. इनमें डॉक्टर, नर्स और आशा कार्यकर्ता के अलावा एमबीबीएस के छात्र भी शामिल होंगे.

2. दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स: कोरोना के खिलाफ जंग में अगली कतार में खड़े 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी. इस समूह में नगर निगम के कर्मी, पुलिस कर्मी और सशस्त्र बलों से संबंधित कर्मी शामिल हैं.

3. 50 साल से अधिक उम्र के 26 लाख : वैक्सीन उपलब्ध हो जाने पर 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को, जिन्हें कोरोना से संक्रमित होने का खतरा अधिक है, 26 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. यानी 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी.

4. स्पेशल कैटेगरी के 1 करोड़ लोग: इस समूह में 50 से नीचे के लोग शामिल होंगे, हालांकि इसमें वैसे लोग प्राथमिकता में होंगे, जिन्हें पहले से कोई बीमारी हो.

5. ऐसे लोगों मुफ्त में टीका दिया जाएगा. वैक्सीन के लाभार्थियों को आधार कार्ड के जरिए ट्रैक किया जाएगा, मगर वैक्सीन के लिए आधार अनिवार्य नहीं होगा. अगर किसी के पास आधार कार्ड नहीं है तो वह किसी सरकारी पहचान पत्र के जरिए वैक्सीन पा सकता है, बशर्ते उस पर उसका फोटो हो.

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