
नई दिल्ली:
Poll of Exit Polls 2020: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) के तीसरे चरण का मतदान खत्म होने के बाद कई एग्जिट पोल (Exit Polls) के परिणाम आ चुके हैं. बिहार (Bihar) में अभी किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है, यानी एनडीए और यूपीए के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. वहीं, बिहार चुनाव के दौरान लोगों की निगाहें लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष चिराग पासवान पर भी बनी हुई थी, क्या चिराग किंगमेकर की भूमिका निभाएंगे. हालांकि पोल ऑफ एक्जिट पोल्स को देखा जाए तो क्या बेकार चली जाएगी चिराग पासवान की सारी मेहनत?
एनडीए में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बीजेपी, जेडीयू, मुकेश साहनी और जीतनराम मांझी की पार्टी साथ चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, वामदल शामिल हैं. चिराग पासवान एनडीए से बाहर होकर चुनाव लड़ रहे हैं. एग्जिट पोल में एलजेपी को उम्मीद से बेहद कम सीटें मिलती दिख रही हैं. पोल ऑफ एग्जिट पोल्स में औसतन 4 सीटें मिल रही हैं.
न्यूज 24-सी वोटर के अनुसार, महागठबंधन को एनडीए की तुलना में ज्यादा सीटें मिल सकती हैं. महागठबंधन को 120 सीटें जबकि एनडीए को 116 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है. चिराग पासवान की पार्टी को केवल 1 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है तो वहीं अन्य के खाते में 6 सीटें जा सकती हैं. रिपब्लिक-जन की बात के एग्जिट पोल के अनुसार NDA को 91-117 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि महागठबंधन को 138 सीटें मिल सकती हैं जो कि बहुमत के आंकड़े से ज्यादा है. एलजेपी को 5-8 सीटें मिल सकती हैं.
टाइम्स नाऊ-सी वोटर के एग्जिट पोल के अनुसार भी कांटे की टक्कर होती दिख रही है. एनडीए को जहां 104-128 सीटें मिल सकती हैं तो वहीं महागठबंधन को 108-131 सीटें. एलजेपी को 1-3 सीटें मिल सकती हैं.
इन आंकड़ों को देखा जाए तो एलजेपी फिलहाल उम्मीद से बेहद कम सीटों पर कब्जा जमा सकी है. अब 10 नवंबर को बिहार चुनाव के मतगणना में देखना होगा कि क्या चिराग पासवान की पार्टी को एक्जिट पोल के अनुसार सीटें मिलती हैं या फिर पासा पलट सकते हैं.
तीसरे चरण में 55 फीसदी मतदान
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के अंतिम चरण में 15 जिलों के 78 सीटों पर शनिवार को मतदान हुआ. चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में 55.22% मतदान हुआ है. चुनाव आयोग ने यह जानकारी दी. 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में 56.66 फीसदी मतदान हुआ था. इस चरण में करीब 2.34 करोड़ मतदाता थे. मतदान खत्म होते ही 1204 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम (EVM) में कैद हो गया. तीसरे चरण में बिहार विधानसभा अध्यक्ष और राज्य के 12 मंत्री भी चुनाव मैदान में थे.














