
रेलवे मार्ग से मशहूर इस मार्ग पर खंड विकास कार्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बाल पुष्टाहार कार्यालय पशु चिकित्सालय, दो धान क्रय केंद्र जैसे संस्थान है मौजूद।
वर्षों से जारी कस्बे वासियों की मांग के बावजूद भी दस वर्षो से सड़क की नही हुई मरम्मत।
मिहींपुरवा/बहराइच l तहसील मिहिपुरवा के कस्बा मिहिपुरवा में मुख्य बाजार से रेलवे स्टेशन तक जाने वाला मार्ग पूरी तरीके से बद से बदहाल अवस्था में पहुंच गया है। इस मार्ग का आलम यह है कि यहां से गुजरने वाले वाहन, बाइक व पैदल सवार आयदिन चोटिल हो रहे हैं। शुक्रवार को दोपहर 11 बजे इसी मार्ग पर स्थित विकासखंड कार्यालय पर बने धान क्रय केंद्र पर धान बेचने ले जा रहे किसानो की ट्रेक्टर ट्राली बीच मार्ग पर ही पलट गयी जिससे मार्ग पर करीब दो घंटे तक यातायात बाधित रहा।
रेलवे मार्ग से मशहूर यह सड़क खंड विकास कार्यालय , सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बाल पुष्टाहार कार्यालय पशु चिकित्सालय, दो धान क्रय केंद्र होते हुये हाईवे तक जाती है। इस मार्ग पर लगातार भारी वाहनो का आवागमन रहता है तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाने वाले मरीज़ो की गाड़ियां एंव एंबुलेंस भी इसी मार्ग पर गुजरती है।
ग्रामीणों का कहना है कि करीब 15 वर्ष पूर्व रेलवे विभाग की ओर से इस मार्ग को नए सिरे से मरम्मत कराई गई थी तब से आज तक लगातार भारी वाहन समेत लोगो के आवागमन से यह मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इस सड़क पर उबड़ खाबड़ पत्थरों समेत कई जगह गड्ढे ही गड्ढे दिखाई दे रहे है।
कस्बे वासियों का कहना है कि पिछले कई वर्षो से हम लोग लगातार इस मार्ग की मरम्मत की मांग करते आ रहे हैं किंतु आश्वासन के सिवा हमें अभी तक कुछ नहीं मिला है।
रेलवे मार्ग होने के कारण नही हो पा रहा मार्ग मरम्मत कार्य
मिहींपुरवा कस्बे का सबसे महत्वपूर्ण मार्ग बद से बदहाल अवस्था में पहुंच जाना बहुत निराशाजनक है। इस मार्ग पर विकासखण्ड मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, धान क्रय केन्द्र, पशु चिकित्सालय, बाल पुष्टाहार कार्यालय जैसे संस्थान स्थित है। यह मार्ग रेलवे के अधीन आता है इस कारण इसकी मरम्मत अन्य किसी विभाग से नही हो पा रही है। ग्रामीणो की ओर से इस संदर्भ में कई बार जनप्रतिनिधियों एंव अधिकारियों को अवगत भी कराया गया किंतु इस मार्ग को रेलवे का मार्ग बताते हुये सभी जिम्मेदार इसके निर्माण को रेलवे विभाग के तहत होने की बात कह अपना पल्ला झाड़ लेते हैं ।








