
– पुलिस की कड़ी चैकसी के बाद भी सपा नेता रैली निकालने में रहे सफल
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किशनी/मैनपुरी- कृषि बिल के खिलाफ विभिन्न किसान संगठनों द्वारा भारत बंद की घोषणा तथा प्रमुख विरोधी दल सपा द्वारा बंद को समर्थन के बाद पुलिस और प्रशासन लगातार सक्रिय रहा। एसडीएम रामसकल मौर्य, तहसीलदार सुशील कुमार तथा इंस्पेक्टर अजीत सिंह लगातार कस्बे में घूम घूम कर स्थिति का जायजा लेते रहे। सपा नगर अध्यक्ष संदीप उर्फ डैनी यादव के आवास के बाहर भी पुलिस के जवान चैकसी के साथ जमे रहे।
सब कुछ ठीक ठाक था कि अचानक करीब पौने बारह बजे प्राईवेट बस स्टैंड स्थित एक आवास के बाहर कुछ ही पलों में सपा नेताओं का जमाबडा एकत्र हो गया। लोगों ने दो बैलों के कन्धों पर एक हल तथा एक बैनर टांग दिया जिस पर लिखा था कि मंै किसान हूं। सभी कार्यकर्ता बैलों को आगे कर सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुये सदर बाजार की ओर चल दिये। इस दौरान सपा नेताओं ने कई दुकानदारों से दुकानों को बन्द करने की अपील भी की। जिसे दुकानदारों ने नजर अंदाज कर दिया। इसके बाद बैल यात्रा बस स्टैंड तथा थाने से होती हुई सदर बाजार तथा नगर पंचायत कार्यालय को भी पार कर गई। तभी सूचना पर पहुंचे इंस्पेक्टर अजीत सिंह ने आकर डैनी यादव, चन्द्रकेश यादव, मनोज बाल्मीकि तथा सोनू यादव को हिरासत में ले लिया और जीप में बिठाकर थाने ले गये। पर सपा के बाकी कार्यकर्ता कृषि बिल और सरकार के विरोध में लगातार नारेबाजी करते हुये आगे बढते रहे। सभी कार्यकर्ता रामनगर तिराहे से होकर बाईपास से गुजरते हुये शमशेरगंज पुलिया होते हुये रोड़बेज बस स्टैंड तक आ गये। तभी सब इंस्पेक्टर जैकब फर्नान्डिज पुलिस बल के साथ मौके पर आये और यात्रा को रोक दिया। उनके तेवर देख कर सभी कार्यकर्ता तितर बितर हो गये। पुलिस ने बैनर को कब्जे में लेकर दोनों बैलों को खोल दिया। पुलिस यहां से प्रशान्त उर्फ राजा तथा शैलैश यादव को हिरासत में लेकर थाने ले आई। उक्त बैल यात्रा में रामबाबू सबिता, लालू यादव, विनोद यादव सहित करीब आधा सैकड़ा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
किशनी में भारतबन्द बेअसर, बाजार पहले की ही तरह खुला लोगों ने की खरीदारी
किशनी- भारतबंद का किशनी में रंचमात्र भी असर देखने को नहीं मिला। पुलिस की सख्ती के कारण किसी ने भी किसी दुकानदार से बंद के लिये जबरदस्ती भी नहीं की। कई दुकानदारों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हम तो पहले से ही कोरोना के कारण भारी नुकसान झेल चुके हैं। ऐसे में यदि हमने दुकानों को बन्द कर दिया तो खायेंगे क्या। कुछ दुकानदारों का कहना था कि जिसे परेशानी हो और वह चीख पुकार करे तो ठीक लगता है। पर यहां तो लोग बेमतलब का शोर शराबा कर रहे हैं। यदि कृषि बिल में कुछ भी गलत है तो किसानों को उनकी बात कहने दो। पर यहां तो हर बात में राजनीति करने की आदत जो पड चुकी है। उन्होंने कहा कि यही राजनीति किसान आन्दोलन की धार को कुन्द करके रख देगी। बाजार में रोज की तरह ही लोगों की आवाजाही रही। सब्जी बाजार में भी रोज की तरह ही भीड़ भाड़ रही।










