मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों में कोई भी शिथिलता बर्दाश्त नही: डीएम


शहजाद अंसारी
बिजनौर। जिलाधिकारी रमाकान्त पाण्डेय ने कार्यदायी संस्थाओं एवं विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि मा0 मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों को पूरा करने में किसी भी प्रकार की शिथिलता अथवा लापरवाही न बरतें और सभी कार्य पूरे मानक एवं गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय अवधि में पूरा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि कार्यदायी संस्थाओं द्वारा जिन विभागों की परियोजनाओं को पूरा करने के लिए निर्माण कार्य किया जा रहा है, उसकी गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की अनदेखी न करें। उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि निरीक्षण के दौरान यदि कार्य की गुणवत्ता के मानक में कोई कमी या अनियमित्ता प्रकाश में आती है, तो संबंधित कार्यदायी संस्था के विरूद्व भी कार्यवाही की जाएगी।


जिलाधिकारी रमाकान्त पाण्डेय बुधवार की दोपहर विकास भवन के सभागार में विकास कार्याें, निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों की स्थापना, क्रियान्वयन संबंधी, प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों, योजनाओं व 50 लाख से अधिक लागत से किए जाने वाले कार्याें की प्रगति की समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मन्शा है कि विकास कार्यांे एवं योजनाओं का भरपूर लाभ नागरिकों को उपलब्ध कराया जाए और यह तभी सम्भव है, जब कार्य पूरी गुणवत्ता और मानक के अनुरूप सम्पादित किए जाएं और किसी भी स्तर पर उनमें अनियमित्ता न होने पाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि विकास योजनाओं को समयबद्वता के साथ पूरा करना सुनिश्चित करें और कार्य की गुणवत्ता को प्राथमिता दें। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जो कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा कराये जा रहे है, उन्हे जल्द से जल्द पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा कराया जाना सुनिश्चित करे। उन्होनंे कहा कि शासन विकास के प्रति गम्भीर और संवेदनशील है तथा विकास शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से है और प्रदेश को विकसित प्रदेश की श्रेणी में लाने के लिए कटिबद्व है।

अतः कोई भी अधिकारी विभागीय लक्ष्य के सापेक्ष लापरवाही न करें और सभी कार्यो को पूर्ण गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में पूरा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों की स्थापना की समीक्षा में पशुचिकित्साधिकारी सहित सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि कही भी निराश्रित गोवंश खुले में छुटटा न घुमने पाये साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि पशु चारे की उचित व्यवस्था करना सुनिश्चिित करें। उन्होंने सभीे विकास कार्यो व प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों, योजनाओं की गहनता से समीक्षा कर संबंन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस अवसर मुख्य विकास अधिकारी कामता प्रसाद सिंह, परियोजना निदेशक वीपी श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी विजय कुमार यादव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी सहित सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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