
भास्कर ब्यूरो, मिर्जापुर। ग्राम सभा थोथा विकास खंड हलिया के दर्जनों ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पंजीकृत पत्र भेजकर कर लेखपाल और ग्राम प्रधान द्वारा किते गये अनियमितता की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की। पत्रक में आरोप लगाया है कि लेखपाल द्वारा गाांंव में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत बने अधूरे शौचालयों के मिथ्या जांच करने एवं ग्राम प्रधान को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाते हुए सामुदायिक शौचालय उनके जमीन पर बनाने में मदद किया है।

शिकायती पत्र में अवगत कराया है कि गण ग्राम सभा थोथा के मूल निवासी पांच दर्जन से अधिक लोगों के हस्ताक्षर युक्त पत्र स्थानीय निवासी गौरी शंकर द्वारा 26 अक्टूबर 2020 को एक शिकायत पत्र डाक द्वारा रजिस्ट्री पत्र के माध्यम से प्रेषित किया गया था। जिसके निस्तारण हेत जिलाधिकारी के निर्देश पर तहसील लालगंज द्वारा लेखपाल विनय कुमार को आदेशित किया गया। आरोप हैं कि लेखपाल ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए ग्राम प्रधान को ही लाभ पहुचाने का कार्य किया। बताया है कि ग्रामसभा थोथा हलिया मिर्जापुर के लोग आज भी खुले में शौच कर रहे हैं जो लोकप्रिय प्रधानमंत्री के सपनों को तार-तार कर रहा है। ग्रामसभा में बने शौचालयों में से 80 – 90% शौचालय अधूरे हैं। कहीं गड्ढा नहीं तो कहीं ढक्कन नहीं तो कहीं छत पर पटिया ही नहीं है और कईयों के नाम से पैसा निकाला गया है शौचालय नहीं बनाया गया है। जिसकी जांच करने आए लेखपाल से लोगों ने जांच करने के दौरान जब अधूरे शौचालयों की शिकायत की तो उनके द्वारा कहा गया कि ₹12000 में क्या होगा सरकार सिर्फ आपको मूर्ख बना रही है कुछ नहीं हो सकता चाहे जहां जाएं।

पत्रक में आरोप है कि राजस्व गांव खम्हरिया कला में गाटा संख्या 6 एक बहुत बड़ा नंबर है जिसमें काश्तकार से लेकर वन विभाग का भी जमीन है तथा इसी नंबर में गाटा संख्या 6 मि में बंजर भूमि 7 विश्वा बचा है। इसी बड़े भूभाग में गाटा संख्या 6 छ में ग्राम प्रधान मोहम्मद सलीम व उनके भाइयों के नाम से लगभग 7 बीघा का रकबा है, जिसमें ग्राम प्रधान व उनके भाइयों सहित घर बनाकर रह रहे हैं तथा कृषि कार्य भी करते हैं।
इन्हीं लोगों के घर के बीच प्रधान के घर के पीछे सामुदायिक शौचालय का निर्माण हो रहा है जिसके चारों ओर प्रधान व उनके भाइयों का कब्जा है जिस के संबंध में लेखपाल ने जांच के दौरान कूट रचित योजना द्वारा ग्राम प्रधान को लाभ पहुंचाते हुए कुछ लोगों का ग्राम प्रधान ने कार्यवाही रजिस्टर के सादे पेज पर हस्ताक्षर करा लिया और खड यंत्र के तहत उसमें मनमाफिक कार्यवाई लिखकर ब्लॉक पर जमा करा दिया गया तथा लेखपाल द्वारा बिना जमीन के नाप जोख किए मनमाने ढंग से ग्राम सभा की बंजर भूमि 6 मि को उनके घर पर जहां शौचालय पहले से ही बन रहा था वही निर्धारित कर दिया जबकि महोदय गाटा संख्या 6 मि में स्थित बंजर भूमि पर मुस्लिम समुदाय का ईदगाह बना है तथा कई लोग घर बना कर भी रह रहे हैं लेखपाल महोदय ने बड़े ही होशियारी से प्रधान को लाभ पहुंचाते हुए प्रधान के मनमाफिक लाभ पहुंचाया महोदय आपको अवगत हो कि इतने बड़े भूभाग में लगभग 7 विश्वा बंजर भूमि निकालने के लिए इनको काश्तकारों से लेकर वन विभाग के कर्मचारियों की उपस्थिति होनी चाहिए थी लेकिन इनके द्वारा ऐसा कुछ नहीं किया गया।
बताया है कि कि जिस स्थान पर शौचालय बन रहा है उसी स्थान पर पहले भी बन रहा था जिसकी शिकायत प्रार्थी गौरी शंकर द्वारा ऑनलाइन किया गया था और उसके निस्तारण में ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा आख्या दिया गया था कि प्रधान के मौखिक स्वीकृति पर शौचालय का निर्माण हो रहा है और प्रधान ने आश्वासन दिया है कि सामुदायिक शौचालय व जमीन ग्राम पंचायत के अधीन होगी भविष्य में सबके लिए खुला रहेगा जिसे पढ़ने से स्पष्ट होता है कि शौचालय प्रधान के जमीन पर बन रहा है वहीं दूसरी ओर लेखपाल द्वारा उसे बंजर भूमि बताया जा रहा है इस प्रकार दोनों अधिकारियों द्वारा अलग-अलग रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया है
स्थानीय ग्रामीणों ने मांग किया है कि तथ्यों की जांच मजिस्ट्रेट स्तर पर कराई जाय, ताकि भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सके।










