
– आसमान में छाए रहे संकट के बादल, छिटपुट बरसात ने बढ़ाई किसानों की चिंता
मैनपुरी- नववर्ष 2021 की शुरुआत के साथ ही ठंड ने भी अपना सितम ढाना शुरु कर दिया है। ठंड के चलते लोगांे की दिनचर्या में परिवर्तन आ गया है। लोगों के ज्यादातर काम देर से शुरु हो रहे हंै। ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह अलाव जलते हुए नजर आ रहे हैं। आसमान में संकट के बादल छाने लगे हैं। पूरे ही दिन धूप के दर्शन नहीं हो रहे हंै। बीते दिन दोपहर और रात में हुई कुछ समय के लिए बरसात ने सर्दी में इजाफा कर दिया है। धूप न खिलने से पूरे दिन सर्दी का सितम लोगों पर दिखा। जिला में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से भी नीचे चला गया है।
शनिवार को सुबह से ही आसमान में बादल छा गए। जिससे धूप भी नहीं निकली। धूप न निकलने से गलन भरी सर्दी का सामना करना पड़ा। ग्रामीण क्षेत्र में जगह-जगह अलाव से लोग सर्दी दूर करते दिखे। शहरी और कस्बा क्षेत्र में भी अलाव का सहारा लिया गया। दोपहर में छाए बादल बरसने लगे। रात के समय तेज बरसात हो गई। जिसके चलते पूरे दिन कड़ाके की सर्दी बनी रही।
आलू, सरसों की फसल पर छाए संकट के बादल
मैनपुरी – आसमान में बादल छाए तो खेतों में खड़ी आलू और सरसों की फसल पर संकट छा गया। आसमान में बादलों को देख आलू, सरसों किसान चिंतित दिखे। किसानों का कहना है कि अधिक बारिश होने पर आलू खेत में सड़ सकता है। पिछैती आलू की फसल में रोग आने की संभावना रहेगी। उधर सरसों में फूल झड़ने के साथ दाना पड़ने की ओर है। ऐसे में हवाओं के साथ बारिश होने से सरसों की फसल खेतों में बिछ सकती है और रोग आ सकता है। बारिश से दोनों ही फसलों को नुकसान होगा। हालांकि गेहूं की फसल के लिए बारिश वरदान साबित होगी।










