
भास्कर न्यूज, मिर्जापुर।मिर्जापुर 24 जनवरी पार्टी बैठक में जननायक स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी की जयंती जिलाध्यक्ष इं राम लौटन बिन्द की अध्यक्षता में मनाई गई।भरुहना स्थित पार्टी कार्यालय पर ठाकुर जी के चित्र पर माल्यार्पण कर बैठक की शुरुआत हुई। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल जी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में छानबे विधायक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा मंच राहुल प्रकाश कोल व सहकारिता मंच प्रदेश अध्यक्ष श्री रमेश पटेल जी उपस्थित रहे तथा संचालन युवा नेता रामवृक्ष बिंद ने किया बैठक के दौरान नाई समाज के वरिष्ठ व अनुभवी श्री गोपाल दास शर्मा ने नाई समाज की सामाजिक पहचान एवं नाई समाज को सम्मान देने के लिए पार्टी के मुखिया मिर्जापुर सांसद का आभार व्यक्त किया और कहा कि नाई समाज हमेशा इस सम्मान का आभारी रहेगा।
मुख्य अतिथि श्री आशीष पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी की ओर से हर जिले में 24 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर की जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी। कार्यक्रम के बाद जननायक को देश का सर्वोच्च सम्मान दिलाने के लिए उनकी पार्टी की ओर से हर जिले में राष्ट्रपति को संबोधित मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा। विशिष्ट अतिथि राहुल प्रकाश कोल ने कहा कि अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय बहन अनुप्रिया पटेल की मांग है कि कर्पूरी ठाकुर जी नाई समाज के उद्धार के लिए अंग्रेजी शासन के विरुद्ध जन आंदोलन की उनको भारत रत्न से सम्मान देने के लिए भारत सरकार से मांग करते हुए नाई समाज को एक नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए तत्पर होकर कार्य कर रही है। इसीक्रम में कहा कि जननायक कर्पुरी ठाकुर जी (24 जनवरी 1924 – 17 फरवरी 1988) भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ तथा बिहार राज्य के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
लोकप्रियता के कारण उन्हें जन-नायक कहा जाता था। जिला अध्यक्ष इं राम लौटन बिन्द ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी का जन्म भारत में ब्रिटिश शासन काल के दौरान समस्तीपुर के एक गांव पितौंझिया, जिसे अब कर्पूरीग्राम कहा जाता है, में नाई जाति में हुआ था। जननायक जी के पिताजी का नाम गोकुल ठाकुर तथा माता जी का नाम रामदुलारी देवी था। इनके पिता गांव के सीमांत किसान थे तथा अपने पारंपरिक पेशा नाई का काम करते थे। भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने 26 महीने जेल में बिताए थे। वह 22 दिसंबर 1970 से 2 जून 1971 तथा 24 जून 1977 से 21 अप्रैल 1979 के दौरान दो बार बिहार के मुख्यमंत्री पद पर रहे। कर्पूरी ठाकुर जी की पत्नी का नाम कुलेश्वरी देवी था। कर्पूरी ठाकुर दूरदर्शी होने के साथ-साथ एक ओजस्वी वक्ता भी थे आजादी के समय पटना की कृष्णा टॉकीज हॉल में छात्रों की सभा को संबोधित करते हुए एक क्रांतिकारी भाषण दिया कि हमारे देश की आबादी इतनी अधिक है कि केवल थूक फेंक देने से अंग्रेजी राज बह जाएगा इस भाषण के कारण उन्हें दण्ड भी झेलना पड़ा था।
वह देशवासियों को सदैव अपने अधिकारों को जानने के लिए जगाते रहे, वह कहते थे। संसद के विशेषाधिकार कायम रहे, अक्षण रहे बढ़ते रहें आवश्यकतानुसार, परंतु जनता के अधिकार भी यदि जनता के अधिकार कुचले जायेंगे तो जनता आज-न-कल संसद के विशेषाधिकारओं को चुनौती देगी कर्पूरी ठाकुर जी का चिर परिचित नारा था अधिकार चाहो तो लड़ना सीखो पग पग पर अड़ना सीखो जीना है तो मरना सीखो। आज जाने अनजाने हम अपनी सभ्यता को आगे बढ़ाते हुए। अगर नहीं जागे तो दबे कुचले समाज को अवाज देने वाला कोई नहीं रहेगा हम आवाज बनते हैं तो कहीं ना कहीं समाज हमारी सम्मान को बरकरार रखेगा इस आवाज को बरकरार रखने के लिए हर एक कार्यकर्ता एक महत्वपूर्ण समाज के लिए काम कर रहा है जो उनकी मान सम्मान की रक्षा हमारी जिम्मेदारी है और परम कर्तव्य है एवं अपने अवगुण को समाप्त कर सद्गुण पर ध्यान देते हुए पार्टी को प्राथमिकता दें।
सांसद अनुप्रिया ने 7 जनवरी 2021को प्रदेश के बैठक में कहा कि 2021-22 एक चुनौती है जिसमें सभी पदाधिकारी एवं सदस्यगण करो या मरो की स्थिति में कार्य करें एवं पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय सोनेलाल पटेल की नीतियों का अनुसरण करते हुए सभी धर्म जात दबे कुचले कमेरा समाज को ऊपर उठाने का कार्य करें। इस मौके पर राष्ट्रीय सचिव किसान मंच रमाकांत पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल सिंह पटेल, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मेघनाथ पटेल, प्रदेश सचिव शिक्षक मंच सुजीत पटेल, प्रदेश सचिव अवधेश पटेल, कुलदीप पटेल, प्रदेश सचिव महिला मंच गीता पटेल, अनुसूचित मंच जिला अध्यक्ष ज्ञानचंद कनौजिया, युवा मंच जिला अध्यक्ष उदय पटेल, आईटी मंच जिला अध्यक्ष हेमंत बिंद, जिला मीडिया प्रभारी शंकर सिंह चौहान, जिला उपाध्यक्ष गुलाब बहादुर पटेल, जिला उपाध्यक्ष राधेश्याम पटेल, सुरेश पटेल, गिरीश चंद पटेल, धनंजय पटेल, विजय शंकर केसरी, संतोष विश्वकर्मा, आनंद सिंह पटेल, अरुणेश पटेल, जय शंकर पटेल, अजय खरवार, इंद्रेश बहादुर सिंह, इंद्रेश पटेल, पिंटू अग्रहरी, विपिन गुप्ता, पवनेश पटेल, रणजीत सिंह पटेल, इंद्रजीत सिंह पटेल, मुकेश पटेल, दुर्गेश पटेल, विकास सोनकर, परमेश्वर पटेल, संतोष कुमार पटेल, अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहें।










