दिल्ली जाने से पहले ही किसान नेता किए गए नजरबंद

आंदोलन में भाग लेने जा रहे थे 70 से अधिक नेता
मैनपुरी- दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए दिल्ली कूच करने से पहले ही किसान नेताओं को पुलिस ने उनके आवास में ही नजरबंद कर दिया गया। भाकियू जिलाध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों को नजरबंद किया गया है। आंदोलन में भाग लेने के लिए जनपद से 70 से अधिक किसान जाने वाले थे। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया और दिल्ली नहीं जाने दिया।


भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष तिलक सिंह राजपूत ने नजरबंद होने के बाद कहा कि तानाशाही दिखाकर सरकार किसानों की आवाज दबा रही है। भाकियू पदाधिकारियों को नजरबंद करके सरकार ने साबित कर दिया है कि यह बिल किसानों पर जबरदस्ती थोपे जा रहे हैं। आंदोलन में जाने वाले किसानों पर मुकदमा दर्ज कराने का प्रशासन द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। किसानों की बिल वापसी व एमएसपी कानून बनाने की जो जायज मांगे हैं। सरकार उन्हें मान ले अन्यथा सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा। ब्लॉक बरनाहल अध्यक्ष शेर सिंह शाक्य को भी पुलिस ने नजरबंद कर दिया। वहीं दूसरी तरफ किसान यूनियन के घिरोर तहसील अध्यक्ष रूपेंद्र शाक्य व जागीर ब्लॉक अध्यक्ष ओमवीर यादव, राधेश्याम शाक्य पलवल हरियाणा बार्डर पर आंदोलन में डटे हुए हैं।

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