
गोरखपुर। रोबर्ट फ्रास्ट पंक्तियों के माध्यम से शिविरार्थियों को जीवन में एकाग्र होने की सिख दी गई। शिविर में गतिविधियों से बच्चों में नेतृत्व करने की क्षमता एवं बौद्धिक विकास कराया जाता है।
यह बातें दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रो. उमेश नाथ त्रिपाठी ने कही। वे बड़हलगंज स्थित नेशनल पोस्ट ग्रेजुएट कालेज में चल रहे रोवर्स रेंजर्स प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। पूर्व प्राचार्य डा. रवींद्र नाथ पांडेय व गुआक्टा पूर्व अध्यक्ष डा. सचिदानंद शर्मा ने कहा कि बालकों में शारीरिक, मानसिक बौद्धिक, आध्यात्मिक एवं संवेगात्मक विकास कर समाज, राष्ट्र एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर एक सुयोग्य नागरिक तैयार करता है। अध्यक्षता प्राचार्य डा. राकेश कुमार पांडेय व संचालन नारायण त्रिपाठी ने किया। निवर्तमान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अमूल्य चंद चतुर्वेदी ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डा. पारितोष त्रिपाठी, डा. सुधीर शुक्ल, डा. त्रिपुरेश, डा. अजय, डा. दिनेश सिंह, डा. प्रभात कुमार चतुर्वेदी, डा. चंद्रमौलि, डा. योगेंद्र, डा. भाष्कर मौजूद रहे।










