
मगरवारा(भास्कर)। कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत एक गांव में निर्माणाधीन टावर के पास के पास खेल रहे बच्चों को चांदी के सिक्के मिलने से हड़कंप मच गया देखते ही देखते वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गयी। सूचना पर पुलिस ने पहुंच कर मामले की जानकारी ली।
बता दें कि मसवासी गांव निवासी सतेंद्र सिंह पुत्र जंगबहादुर के खाली पड़े प्लाट में एक टेलीकाॅम कम्पनी के टावर लगाने का करार हुआ था। जिसके बाद वहां काम चल रहा था। जेसीबी से गहरी खुदाई करा कर वहां पिलर के बेस की ढलाई भी हो चुकी है। शुक्रवार सुबह गांव के कुछ बच्चे वहीं मिट्टी के पास खेल रहे थे। इस दौरान एक बच्ची को एक सिक्का मिला। इसके बाद वहां पर अन्य बच्चों को कुछ सिक्के मिले। जब यह बात बड़ो तक पहुंची वहां सिक्कों की खोजबीन के लिए लोगों की भीड़ जुट गयी। जिन्हें प्लाट मालिक ने हटाकर उस क्षेत्र की कांटो से घेरा बंदी कर दी। जो सिक्के मिले है उनमें विक्टोरिया शासन का वर्ष 1918 व 1920 दर्ज है।
इसकी भनक लगते ही चैकी प्रभारी मगरवारा अखिलेश यादव ने अपने सिपाहियों को मौके पर भेजा। उन्होंने बताया कि कई दिनों से काम चल रहा था लेकिन किसी को कुछ नहीं मिला। शुक्रवार कुछ बच्चों को सिक्के मिलने की पुष्टि हुई है। हलांकि वे चिन्हित नहीं हो पाए है।










