
औरैया। नारायण सेवा संस्थान के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन के दूसरे दिन कथा वाचक परम पूज्य राधा स्वरूपा राधा किशोरी ने कथा के प्रसंग को बताते हुए कहा भारत भूमि रतनगर्भा है। जिसको आवश्यकतानुसार अपने हृदय से रत्न प्रकट करती रहती है। भागवत भगवान कलिकाल में जीव का कल्याण करने के लिए विराजमान हुए हैं।
भागवत के श्रवण से मुक्ति हो जाती है। कहा कि भागवत सर्वश्रेष्ठ पुराण है। परम पूज्य भगवान शंकर के द्वारा भी भागवत जी का मंगल वाचन कर माता पार्वती जी को सुनाया गया। शहर के श्री गोपाल वाटिका में चल रही भागवत कथा में प्रवचन करते हुए राधा किशोरी ने नर सेवा नारायण सेवा का संदेश भी दिया। किशोर जी ने कहा कि सब में भगवान का दर्शन करें। संतों की विप्रो की सेवा करो ए तो जीवन में कल्याण के मार्ग सुगम हो जाएंगे। किशोरी जी ने बताया कोरोना काल के समय से हमारी जिंदगी को एक नया आयाम मिला है। हमें जीवन कैसे जीना चाहिए ए यह सीख प्राप्त हुई है। हमें पाखंडी जीवन नहीं चाहिए। जीवन सादा हो और विचार उच्च हो इस भारत में संस्कारों की बदौलत ही विश्व गुरु की उपाधि मिली है। भक्तगणों ने आनंद की गंगा में डुबकी लगा करके अपने आप को कृतार्थ किया। किशोरी जी ने कहा इस वर्ष हरिद्वार में कुंभ लग रहा है। गंगा स्नान करने के लिए लोग जा रहे हैं ए लेकिन यहाँ गंगा आपके द्वार पर चलकर के आएंगी। इस गंगा का स्नान सर्वश्रेष्ठ है। इस मौके पर श्री गोपाल सेवा सस्थान के प्रमुख रमन पोरवाल महामंत्री गौरव पोरवाल सहित सैकडों कथा प्रेमी मौजूद रहे।










