सहारनपुर के रेलवे हॉस्पिटल में इंजेक्शन लगने के थोड़ी देर बाद महिला ने तोड़ा दिया दम, परिजनों का हंगामा

सहारनपुर के थाना सदर बाजार की शारदा नगर कॉलोनी निवासी उमा देवी की रेलवे अस्पताल में इंजेक्शन लगाने से मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों ने कुछ देर तक हंगामा किया। इसके बाद दोनों पक्षों में बैठकर समझौता हो गया। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया है।

सांस की शिकायत को लेकर अस्पताल गई थी महिल
शारदानगर निवासी मृतका के बेटे बंटी ने बताया कि मेरी मां सांस की बीमारी के चलते नवीन नगर स्थित रेलवे अस्पताल में दवाई लेने के लिए आई थी। मेरा बेटा साथ में था। बंटी बताया कि रेलवे अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ.ललित कुमार ने उनका इलाज किया और इंजेक्शन लगाया।

इंजेक्शन लगने के थोड़ी देर बाद मौत

आरोप है कि इंजेक्शन लगने के बाद महिला के हाथ पैर ऐंठने लगे और थोड़ी देर बाद मौत हो गई। जिसकी सूचना बच्चे ने अपने घर पर दी। मौके परिजन भी पहुंच गए। परिजनों ने वहां हंगामा कर दिया। महिला की मौत से अस्पताल में कोहराम मच गया। परिजन रोते-बिलखते रहे और अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर पर आरोप लगाते रहे।

हंगामे के बाद बिना पोस्टमार्टम परिजन शव को घर ले गए
सूचना पर रेलवे पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने परिवार को सांत्वना दी। दोनों पक्षों को कमरे में बैठाकर बात की गई। इसके बाद मामला शांत हो गया। परिजनों ने भी मृतका का पोस्टमार्टम नहीं कराया है और शव को बिना पोस्टमार्टम के परिजन अपने घर ले गए।

सांस की बीमारी में लगाया जाता है डेरोफाइलिन का इंजेक्शन

सूत्रों के अनुसार तीन लाख रुपये में दोनों पक्षों का फैसला हुआ है। मृतका रेलवे कर्मचारी की पत्नी थी। जिसकी दो साल पहले मौत हो चुकी है। चिकित्सा अधिकारी रेलवे अस्पताल डॉ.ललित कुमार का कहना है कि महिला को सांस की परेशानी थी। जिसकी दवाई पहले से ही अस्पताल में चल रही थी। शुक्रवार को भी वह दवाई लेने के लिए आई। सांस में ज्यादा तकलीफ बता रही थी। जिसके बाद महिला को डेरोफाइलिन का इंजेक्शन लगाया गया। जो सांस की बीमारी में लगाया जाता है।

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