
राजस्थान में कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच अच्छी खबर है। राज्य में संक्रमित केस कम आने और मरीजों के लगातार रिकवर होने के कारण अब एक्टिव केस की संख्या 57 ही रह गई। पिछले साल मार्च 2020 में कोरोना के केस आने के बाद एक्टिव केस की संख्या में आई गिरावट में ये सबसे कम है। बिहार के बाद राजस्थान देश का दूसरा बड़ा राज्य है, जहां एक्टिव केस सबसे कम है। बिहार में एक्टिव मरीजों की संख्या में केवल 37 ही रह गई।
एक्सपर्ट का कहना है कि आने वाला समय संक्रमण फैलने के नजरिए से बेहद खतरनाक है, क्योंकि 7 अक्टूबर के बाद से देश में बड़े त्योहारों का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इसके अलावा स्कूल भी अब पूरी तरह से खुल गए हैं, जिसके कारण संक्रमण का खतरा बढ़ेगा। ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों को अब ज्यादा सतर्क रहना होगा। साथ ही उनको जिन्होंने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है।
नया वैरिएंट नहीं आने तक थर्ड वेव मुश्किल
जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सीनियर प्रोफेसर डॉ. रमन शर्मा ने कहा कि वर्तमान में लोगों में हर्ड इम्यूनिटी डवलप हो गई है। इसके दो कारण हैं। पहला नेचुरल और दूसरा वैक्सीनेशन। हजारों-लाखों लोग ऐसे हैं, जिनको कोरोना होकर खत्म भी हो गया, उनमें नेचुरल इम्यूनिटी डवलप हो गई है। वहीं देश में वैक्सीनेशन प्रोग्राम बहुत तेजी से चल रहा है, अधिकांश लोग वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगवा चुके हैं। इससे लोगों में एंटीबॉडी इस तरह की बन गई है कि यहां मौजूदा वैरिएंट डेल्टा के नेचर की है।
अमेरिका में डेल्टा का वैरिएंट नया है, जिस कारण वहां लोग अब ज्यादा इफेक्ट हो रहे हैं। पॉजिटिव केस के साथ-साथ डेथ केस भी बढ़ गए हैं। जिस समय भारत में कोई नया वैरिएंट आ जाएगा, उसके बाद केस तेजी से बढ़ने लगेंगे। आने वाला समय त्योहारी सीजन का है, ऐसे में लोगों को अभी से सतर्क हो जाना चाहिए, वरना यह घातक साबित हो सकता है।
साल 2021 में यूं घटे और बढ़े केस
| माह | नए केस मिले | रिकवर हुए | मौत |
| जनवरी | 9,238 | 16,577 | 70 |
| फरवरी | 2,845 | 3,677 | 21 |
| मार्च | 12,813 | 5,427 | 31 |
| अप्रेल | 2,64,852 | 95,609 | 1,421 |
| मई | 3,41,957 | 4,71,642 | 4,146 |
| जून | 12,464 | 53,111 | 536 |
| जुलाई | 1,245 | 2,435 | 33 |
| अगस्त | 428 | 579 | 0 |
| सितम्बर | 232 | 287 | 0 |
सितंबर में आए सबसे कम मरीज
राजस्थान में कोरोना मरीजों के आने की शुरुआत मार्च 2020 में जयपुर से हुई थी। मार्च 2020 में पूरे राज्य में कुल 93 मरीज सामने आए थे। इसके बाद से हर महीने मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी होने लगी थी। अप्रैल 2020 में लगभग 2400 से ज्यादा मरीज मिले थे। इस साल अगस्त ही ऐसा गया है, जब पूरे महीने में 500 से भी कम (428) नए मरीज मिले थे, लेकिन इस बार सितंबर का महीना सबसे अच्छा रहा। बीते महीने सितंबर में पूरे राज्य में कुल 232 नए केस मिले थे, जबकि एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। लगातार यह दूसरा महीना था, जब कोरोना से एक भी मरीज नहीं मरा।
33 में से 20 जिले कोरोना मुक्त
राजस्थान में वर्तमान में 33 में से 20 जिलों में कोरोना का एक भी केस नहीं है। इनमें बांसवाड़ा, बारां, बाड़मेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, करौली, कोटा, नागौर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, सिरोही, टोंक और उदयपुर शामिल हैं।
वहीं सवाई माधोपुर, पाली, धौलपुर और भीलवाड़ा ऐसे जिले हैं, जहां केवल एक-एक एक्टिव केस बचा है। सबसे ज्यादा एक्टिव केस राजधानी जयपुर में 19 बचे हैं।















