जीका से मथुरा में राहत, स्वास्थ्य विभाग ने ली राहत की सांस

जीका वायरस को लेकर मथुरा में राहत है। मथुरा स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराए गए सभी टेस्ट की रिपोर्ट लखनऊ के जी एम यू से नेगेटिव आई हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली। हालांकि अभी भी स्वास्थ्य विभाग लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहा है।

56 लोगों के लिए थे सैंपल

प्रदेश के कानपुर और कन्नौज में जीका वायरस के मरीज मिलने के बाद मथुरा में हडकंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने मथुरा में 56 लोगों के सैंपल 4 नवम्बर को लिए थे । जिनकी रिपोर्ट सोमवार देर शाम मिल गयी। लखनऊ के जी एम यू से आई रिपोर्ट में सभी टेस्ट नेगेटिव पाए गए। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग थोड़ा राहत में आया।

कैसे बचे जीका वायरस से

कानपुर से सौ से ज्यादा जीका वायरस मरीजों का आंकड़ा पहुंचने के बाद प्रदेश के कई जिलों में स्वास्थ्य विभाग एहतियात बरत रहा है। मथुरा सीएमओ ऑफिस में कंट्रोल रूम प्रभारी डॉक्टर भू देव ने बताया कि यह समय बैक्टीरिया जनित का सीजन है । जीका वायरस भी बैक्टीरिया जनित बीमारी है जो कि एडीज मच्छर से होता है उसके लक्षण ड़ेंगू की तरह होते हैं लेकिन इसके साथ ही लालपन ज्यादा आना, आंखों को लाल करना इसके अलावा गर्भवती महिला को ज्यादा प्रभावित करता है। इससे बचने के लिए फूल बाजू के कपड़े पहनें , ढक कर सोएं , आसपास पानी एकत्रित न होने दें।

फरह , नौहझील से लिये सैंपल

ड़ेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र फरह व नौहझील ब्लॉक क्षेत्र से स्वास्थ्य विभाग ने जीका वायरस होने के सन्देह पर 56 सैंपल लिए थे। जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आयी। डॉक्टर भू देव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह एहतियात बरत रहा है । बाहर से आने वाले लोगों की कोविड की टेस्टिंग भी की जा रही है।

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