यूपी में तराई इलाकों में तेजी से गिर रहा पारा, जानें 5 शहरों के मौसम का हाल

उत्तर प्रदेश में खासकर तराई इलाकों में पारा तेजी से गिर रहा है। राजधानी लखनऊ का भी मौसम तेजी से बदल रहा है। दिन में हल्की धूप जहां लोगों को लुभा रही है तो सुबह-शाम लोग ठंड महसूस कर रहे हैं। इसका कारण हवा की दिशा बदलने के बाद उत्तर से आने वाली शुष्क हवाएं हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, पहाड़ों पर पड़ रही बर्फबारी के चलते नवंबर के अंत तक यहां शीतलहर और ठंड में इजाफा होगा। फिलहाल लखनऊ-कानपुर में तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।

मौसम विभाग के एक अनुमान के मुताबिक, इस साल देश में ठंड ज्यादा ठिठुरन पैदा करने वाली होगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रशांत महासागर में तूफान ला लीना के कारण ठंड बढ़ेगी। हवाएं तेज गति से बहेंगी।

जानिए 5 शहरों के मौसम का हाल

  • लखनऊ: आज मौसम साफ रहेगा, धूप भी निकलेगी। अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। हवाएं 10 से 15 किमी की रफ्तार से चलेंगी।
  • वाराणसी: आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। यहां आज का AQI 312 है, जो अत्यंत खराब की श्रेणी में आता है।
  • प्रयागराज: मौसम साफ रहेगा। हवाएं 10 से 15 किमी की रफ्तार से चलेंगी। AQI 291 रिकॉर्ड किया है, जो खराब स्तर पर है। अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस रहेगा।
  • कानपुर: सोमवार को 31 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा है, आज एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस है। न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
  • गोरखपुर: अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। मौसम साफ रहेगा। AQI 312 दर्ज किया गया है, जो बहुत खराब है।

लखनऊ में बढ़ी PM 2.5 की मात्रा

मंगलवार को हवा में PM 2.5 की मात्रा बढ़ने से तालकटोरा, लालबाग तथा गोमती नगर क्षेत्र की हवा अत्यंत खराब स्तर पर पहुंच गई है। लखनऊ का AQI 272 पर पहुंच गया है। वहीं सोमवार को तालकटोरा क्षेत्र में अधिक प्रदूषण को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने देर शाम प्लाइवुड फैक्ट्रियों का औचक निरीक्षण किया।

लखनऊ मंडल के क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी डॉ. रामकरन ने बताया कि बोर्ड की छापामार टीमें तीन दिन से लगातार उद्योगों का निरीक्षण कर रही हैं। सोमवार को उन्होंने स्वयं सहायक अभियंता रितेश तिवारी व टीम के अन्य लोगों के साथ तालकटोरा इंडस्ट्रियल एरिया का निरीक्षण किया है। तालकटोरा क्षेत्र में प्लाईवुड फैक्ट्रियों में वायु प्रदूुषण नियंत्रण के मानकों का उल्लंघन पाया गया है। उन्होंने बताया कि मानकों का उल्लंघन करने वाले उद्योगों के खिलाफ कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

हवा की गति तेज न हुई तो और बढ़ेगा प्रदूषण

पर्यावरण वैज्ञानिकों का कहना है कि वायु प्रदूषण के मामले में अनुमान है कि यदि इसी तरह से बदली तथा धुंध छाई रही और हवा में तेजी नहीं आयी तो प्रदूषण का स्तर और तेजी से बढ़ेगा। इससे हवा की गुणवत्ता बहुत खराब स्तर में पहुंच जाएगी। हवा मे गति आने या बारिश के बाद ही वायु प्रदूषण में सुधार होने की संभावना है।

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