
झांसी में रविवार को एक महिला ने 11 महीने की बेटी और ढाई साल के बेटे को जिंदा जलाकर खुद भी सुसाइड कर लिया। उसके इस कदम के पीछे पारिवारिक कलह बताई जा रही है। तीनों शव मेडिकल कॉलेज में रखे गए हैं। सोमवार को पोस्टमार्टम होगा।
मामला चिरगांव थाना क्षेत्र के नदसिया गांव का है। यहां के रहने वाले महेंद्र राजपूत के पिता रामस्वरूप का कुछ दिन पहले निधन हो गया था। मंगलवार को उनकी तेरहवीं होनी है। महेंद्र अपने बेटे अनिल के साथ कुछ सामान लेने चिरगांव गए थे।
घर पर उसकी पत्नी अनीता (26), बेटा अर्पित और बेटी गौरी थी। शाम करीब 3.30 बजे आसपास के लोगों ने अनिल के घर से धुआं निकलते दिखा। लोग तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन घर का दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज देने के बाद भी किसी ने गेट नहीं खोला। इस पर लोग दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे।
वहां अनीता का शव फंदे पर लटक रहा था, जबकि दोनों बच्चों के शव जले हुए पड़े थे। लोगों की सूचना पर चिरगांव थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पंचनामा भरकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
सास और पति से होता था झगड़ा
चिरगांव थाना एसओ देवेंद्र द्विवेदी ने बताया कि करीब 4:15 बजे सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। महिला के मायके पक्ष के लोग भी पहुंचे। उन्होंने बताया कि अनीता का अपनी सास और पति से झगड़ा रहता था। दोनों उसको परेशान करते थे। मायके पक्ष ने अभी तहरीर नहीं दी है। अगर तहरीर मिली, तो उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।














