सीतापुर : आज भी नहीं मिली गंदगी से आजादी : सीडीओ

अमन अवस्थी 

सीतापुर। हमें आजादी मिले हुए 72 वर्ष बीत चुके हैं मगर गंदगी की गुलाम जंजीरों से हम आज भी खुद को आजादी नहीं दिला सके है। यह आजादी हमें तभी मिलेगी जब पूरा देश ओडीएफ होगा और हम जागरूक होगे तथा खुले में गंदगी नहीं करेंगे। यह बात सीडीओ संदीप कुमार ने सोमवार को शहर के उत्सव गेस्ट हाउस में स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत यूनीसेफ वर्ल्ड विजन व सारथी फाउन्डेशन द्वारा वर्ल्ड टायलेट डे पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह में कही।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। मुख्य अतिथि सीडीओ संदीप कुमार ने कहा कि जिस तरह से हम शौचालय जाने के बाद हाथों को जरूर धोते हैं उसी तरह से हमें खाना खाना से पहले हाथों को जरूर धोना चाहिए। इससे गंदगी हमारे शरीर के अंदर नहीं जाती है। गंदगी फैलने से विभिन्न तरह की बीमारियां फैलती है जो हमें अनेकों रोग देती है। साथ ही प्रदूषित पानी को भी नहीं पीना चाहिए। आज हमारे देश में अनेकों लोग प्रदूषित पानी पीने से पेट की विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हैं। उन्होंने कहा कि खुले में शौच नहीं जाना चाहिए इससे महामारी फैलती है। हर घर में शौचालय हो इसको लेकर जब प्रधानमंत्री हर तरह से सहायता कर रहे हैं तो क्या हमारा फर्ज नहीं बनता कि हम भी देश के एक जागरूक नागरिक बनें और खुले में शौच न जाए।

इसके लिए सरकारी सहायता या खुद से शौचालय बनवाए। जिस तरह से अन्य कार्यों में खुद की जिम्मेदारी मानते हुए उसे निभाते हैं उसी तरह से खुले में शौच न जाने और घर में शौचालय बनवाने की जिम्मेदारी भी निभाएं। डीडीओ राजेश पांडेय ने कहा कि जिले भर में बने शौचालयों की रिपोर्ट हर हाल में 28 नवंबर तक जमा कर दें। पीडी मनरेगा एसके सिंह ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि आज भी लोग खुले में शौच जाते हैं। दुनिया का सबसे घिनौना मल खुले में डालकर चले आते है जो मक्खी के जरिए वापस घरों में लौटता है और वह विभिन्न सथानों पर गंदगी फैलाती है। शौचालय बनाना और जियो टैग करना ही सबसे महत्तवपूर्ण नहीं है लोगों को इसके प्रति जागरूक करना भी जरूरी है। डीपीआरओ तुलसीराम विश्वकर्मा, ओडीएफ की जिला समन्वयक रीतू तिवारी ने कहा कि अब जो भी शौचालय बनेंगे उन पर राजमिस्त्री का नाम होगा।

विद्यालयों में जो भी शौचालय बनते हैं उनमें यह जरूर देखा जाए कि पानी की व्यवस्था है कि नहीं, पेशाबघर में टायलेट ऊंचा न लागाए जिससे छोटे बच्चे पेशाब न कर सकें। इस मौके पर राजीव, स्वाती ने तीन फिल्मों के जरिए आए हुए सभी लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम का संचालन मंगलम सिंह ने किया। साथ ही आए हुए खंड विकास अधिकारियों तथा ग्राम प्रधानों को अंग वस्त्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर समस्त प्रशासनिक व तकनीकि नोडल अधिकारी, प्रधान, ब्लाक प्रमुख आदि मौजूद रहे।

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