विकास कार्यों में धीमी गति को लेकर सांसद ने जताई नाराजगी
मथुरा । कलेक्ट्रेट सभागार में जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में सोमवार दोपहर भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने विकास कार्यों में धीमी गति को लेकर नाराजगी व्यक्त की तथा सुधार लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इससे पूर्व सांसद ने जिला पशु रोग निदान प्रयोगशाला वृन्दावन का लोकार्पण भी किया।
हेमा मालिनी आगामी लोकसभा चुनाव मथुरा से ही लड़ेंगी। सोमवार दोपहर जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में हेमा मालिनी ने शिरकत करने के पश्चात मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि बैठक में उनके द्वारा अधिकारियो को निर्देशित किया गया है कि जो विकास कार्य जनपद में अधूरे रह गए हैं, उन्हें फरवरी तक पूरा करें। उन्होंने भारत सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा के दौरान पाया कि कई विभागों के कार्य पूर्ण हो चुके हैं।
कुछ विभाग जैसे विद्युत विभाग में कई कार्यों में ट्रांसफार्मर की कमी के कारण अधूरे पड़े हैं। वहीं जनपद के 11 हजार गांव व मजरों को पूर्ण ओडीएफ घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि बाकी के गांवों में शौचालय बनाने के लिए पैसा आ गया है और जो शेष हैं उनका पैसा भी गांव वासियों के खाते में जमा कर दिया जाएगा। इसके कार्य मार्च तक पूरा हो जाएंगे। सांसद ने कहा कि वह मथुरा में अपना ड्रीम प्रोजेक्टर थीम पार्क नहीं बनवा पायी, लेकिन यह थीम पार्क यूपी में बनेगा। लेकिन अगर मुझे जनता ने पुनः 2019 में सांसद रूप में चुना तो अपना ड्रीम प्रोजेक्टर थीम पार्क बनवा सकूं, मथुरा से ही सांसद का चुनाव लड़ने की मेरी इच्छा है।
पांच साल की उपलब्धियों पर बोली हेमा सांसद हेमामालिनी ने कहा कि विकास दिख रहा है, पहले जब वह गांवों में जाती थीं तो सड़कें टूटी-फूटी होती थी, लेकिन आज गांवों में जाने के लिए सड़कें अच्छी हैं। गांवों में सड़कों का जाल बिछाया गया है। जो गांव शेष रह गए हैं उनकी योजना स्वीकृति के लिए भेज दी गई है। कुछ काम सांसद निधि से नहीं हो सकते हेमामालिनी ने कहा कि उन्होंने अपने द्वारा गोद लिए गांवों में अपनी निधि से चार करोड़ रुपये खर्च किये हैं। उन्होंने कहा कि कुछ काम सांसद निधि से नहीं हो सकते लेकिन जनता को लगता है कि यह कार्य सांसद नहीं करवा रहीं हैं, उन्होंने अपनी निधि के साथ मथुरा को अपनी मित्र फिल्म अभिनेत्री राज्यसभा सांसद रेखा की निधि भी दिलाई, लेकिन किन्हीं कारणों की वजह से उसका पूरा प्रयोग नहीं हो सका।