दुखद : संस्कृत व संस्कृति की धरोहर को संजोने वाली डॉ. अनिता नहीं रहीं

लखनऊ । मडिय़ाव स्थित संस्कृतनगरम मोहल्ले की मुखिया निवासी डॉ. अनिता मिश्रा की 10 मार्च को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वह किडनी की बीमारी से लगातार लड़ रही थी। उन्होंने सुबह 6 बजे अंतिम सांस ली। संस्कृत को आगे बढ़ाने में उनका अहम योगदान रहा। उनके बड़े बेटे सर्वज्ञ संस्कृत विषय से ही आईएएस और बेटी संस्कृता पीसीएस बनीं।
बड़े बेटे सर्वज्ञ, छोटे बेटे सुवज्ञ और बेटी संस्कृता ने मां को अंतिम विदाई कुछ इन शब्दों में दी है। अपने कण-कण और प्रण-प्रण से संजोये हुए थी हमारी मां। मां न केवल परिवार में अपितु अपने आस-पास परिवेश में आदर्शों और परस्पर प्रेम का संदेश सदैव देती रहीं और इसीलिए समाज में अतिशय प्रेम और सम्मान का पात्र हुईं। मेरी मां डॉ. अनिता वीरभद्र मिश्रा का जन्म लखनऊ में एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ। उन्होंने अपनी शिक्षा दीक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय से पूरी की तथा संस्कृत साहित्य में डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की। पिता जी के साथ कंधे में कंधा मिलाकर उन्होंने संस्कृत सेवा में अपना जीवन लगा दिया। अपने मोहल्ले का नामकरण उनके ही प्रयास से संस्कृतनगरम करवाया गया। साथ ही पूरे क्षेत्र के विकास के लिए सदैव तत्पर रहीं। मां प्रेरणा, स्मृति तथा ढांढस के रूप में सदैव हमारे साथ रहेंगी तथा हम सबको सन्मार्ग पर रखेंगी।

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