शहजाद अंसारी
बिजनौर। जिला निर्वाचन अधिकारी सुजीत कुमार ने कहा कि जो कर्मचारी चुनाव डयूटी से बचना चाह रहे है और वह यह भी कह रहे है कि हम बीमारी से पीडित है तथा चुनाव कराने में अक्षम है ऐसे कर्मचारियों की जांच करायी जायेगी और विभागीय कार्यवाही एवं अनिवार्य सेवानिवृत्ति की कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होने कहा कि मतदान सम्पन्न कराने में पीठासीन अधिकारी/मतदान अधिकारियों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होने समस्त संबंधित अधिकारी पूरे मनोयोग और ध्यानपूर्वक प्रशिक्षण ग्रहण करें और अपनी किसी भी शंका का समाधान प्रशिक्षण स्थल पर ही मास्टर ट्रेनर से निश्चित रूप से करा लें। उन्होने निर्देश दिये कि समस्त पीठासीन अधिकारी मतदान से पूर्व आयोग की निर्देशिका का गहनता से अध्यन करें और उसमें दिये गये निर्देशों का शत प्रतिशत कड़ाई से पालन करना सुनिश्चित करें।
जिला निर्वाचन अधिकारी सुजीत कुमार लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के लिए आज विवेक कालेज में आयोजित पीठासीन अधिकारीध्मतदान अधिकारियों के द्वितीय प्रशिक्षण दिसव के अवसर पर निर्देश दे रहे थे। जिला मजिस्ट्रेट ने समस्त पीठासीन अधिकारी/मतदान अधिकारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि पूरी निर्भीकता और स्वतंत्रता के साथ अपने दायित्वों को ईमानदारी के साथ निर्वहन करें, उनकी सुरक्षा के लिए हर समय पुलिस बल मौजूद रहेगा और इसके अलावा आवश्यक पडने पर पुलिस पेट्रोलिंग टीम को भी बुलाया जा सकता है। उन्होने कहा कि जिला प्रशासन का यह कर्त्तव्य है कि वह जिले में शांतिपूर्वक एवं निष्पक्ष रूप से सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न करायेगा और इस में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतेगा।
उन्होने कहा कि यह प्रशिक्षण अति महत्वपूर्ण है इसलिए समस्त संबंधित अधिकारी ध्यानपूर्वक और गम्भीरता से प्रक्षिण प्राप्त करें और अपनी शंकाओं का समाधान उपस्थित मास्टर ट्रेनरों के माध्यम से मौके पर ही करा लें ताकि मतदान के समय किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो सके। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रशिक्षण में 2880 पीठासीन अधिकारी एवं मतदान कार्मिकों को दो शिफटों में सामान्य प्रशिक्षण कार्यक्रम में बुलाया गया जिनमें कुल 13 मतदान कार्मिक अनुपस्थित रहे इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी न्यायिक, बेसिक शिक्षा अधिकारी महेशचन्द, जिला विद्यालय निरीक्षक, अनीता देवी उद्योग विभाग, आकाश अग्रवाल के अलावा अन्य अधिकारी एवं मास्टर ट्रेनर मौजूद थे।










