
नई दिल्ली, (हि.स.)। टेक्निकल टेक्सटाइल्स के क्षेत्र में कुशल एवं शिक्षित पेेशेवरों को प्रोत्साहन देने के मकसद से कपड़ा मंत्रालय ने दो दिशा-निर्देशों को मंजूरी दी है। इनमें निजी और सार्वजनिक अकादमिक संस्थानों को टेक्निकल टेक्सटाइल्स में सक्षम बनाने के लिए सामान्य दिशा-निर्देश और राष्ट्रीय टेक्निकल टेक्सटाइल्स मिशन (एनटीटीएम) कार्यक्रम के अंतर्गत इंटर्नशिप अनुदान समर्थन के लिए सामान्य दिशा-निर्देश शामिल हैं।
गुरुवार को संवाददाता सम्म्लेन में कपड़ा सचिव रचना शाह ने बताया कि कार्यक्रम समिति (ईपीसी) की एक बैठक के दौरान यह मंजूरी दी गई। उन्होंने बताया कि कपड़ा मंत्रालय का उद्देश्य न केवल टेक्निकल टेक्सटाइल्स में ईकोसिस्टम विकसित करना है, बल्कि सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कृषि संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों, फैशन जैसे अन्य विषयों में भी ईकोसिस्टम विकसित करना है।
नए दिशा-निर्देशों के बारे में रचना शाह ने बताया कि यह स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) डिग्री कार्यक्रमों में प्रयोगशाला उपकरणों के उन्नयन एवं प्रयोगशाला कर्मियों के प्रशिक्षण तथा विशेष प्रशिक्षण के वित्त पोषण को शामिल करेगा। इसमें सार्वजनिक वित्त पोषित संस्थान और एनआईआरएफ रैंकिंग वाले निजी संस्थान भी शामिल होंगे। टेक्निकल टेक्सटाइल में पूर्ण पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए मंत्रालय की तरफ से वित्तीय सहायता पीजी पाठ्यक्रम कोर्स तक 20 करोड़ रुपये और यूजी स्तर पर 10 करोड़ रुपये तक की होगी। यूजी स्तर पर एक अनिवार्य विषय तथा कुछ ऐच्छिक विषयों के लिए 7.5 करोड़ रुपये तक का अनुदान दिया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि दिशा-निर्देश में अगले दशक में भारत को टेक्निकल टेक्सटाइल के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी बनाने के लिए एक प्रभावी और नॉलेज ईकोसिस्टम बनाने पर बल दिया जाएगा। उच्च शिक्षित और सक्षम पेशेवरों के समूह द्वारा संचालित टेक्निकल टेक्सटाइल से संबंधित अत्याधुनिक अनुसंधान, उत्पादन और नवाचारी एप्लीकेशनों में बड़ी छलांग लगाएगा।











