
“चेयरमैन और वाइस चेयरमैन पद पर असंभव दिख रही भाजपा की जीत को कुशल रणनीति से बदल दिया आसान जीत में”
भास्कर समाचार सेवा
गुरुग्राम। गत दिसंबर से लटकते आ रहे चरखी दादरी जिले के बोंद ब्लाॅक पंचायत समिति चुनाव को भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मोड़कर जिला प्रभारी और हरियाणा भाजपा कार्यकारिणी सदस्य कमल यादव का कद पार्टी में और ऊंचा हो गया है। चेयरमैन और वाइस चेयरमैन पद पर असंभव दिख रही भाजपा की जीत को उन्होंने कुशल रणनीति से आसान जीत में बदल दिया। 24 गांव के 18 जनप्रतिनिधियों में भाजपा के लिए बहुमत में कमी थी और जेजेपी प्रत्याशी का चेयरमैन बनना करीब तय था। लेकिन देहाती क्षेत्र में किसानों और अन्य लोगों के काम आसानी से करवाए जा सकें इसलिए भाजपा किसी भी कीमत पर यहां अपना चेयरमैन और वाइस चेयरमैन चाहती थी। लेकिन संख्या गणित फिट ना बैठने के कारण यहां भाजपा ने तीन बार चुनाव की तारीख भी अलग अलग कारण देकर टलवा दी। और फिर चुनाव जितवाने के लिए पार्टी ने जिला प्रभारी कमल यादव को मोर्चे पर लगाया। अबकी बार चुनाव की तारीख 20 जनवरी थी। कमल यादव ने दो दिन तक डेरा डाला और दो फ्रंटों पर काम शुरू किया। एक उन्होंने विपक्षी खेमे को चकमा देते हुए चुनाव तय वक्त से चार दिन पहले ही करा लिया जिससे कि विरोधी खेमे को संभलने का मौका ही ना मिले। दूसरा, संख्या गणित को पूरा करने के लिए उन्होंने सीधे जेजेपी उम्मीदवार पूजा देवी के पति पंकज गुर्जर से संपर्क साधा और रातों रात उनसे गुप्त बैठक कर उन्हें भाजपा खेमे में मिला लिया। इससे पहले विरोधी खेमा अपनी रणनीति बनता तब तक भाजपा चेयरमैन ( पूजा देवी)और वाइस चेयरमैन( ललिता देवी) का चुनाव जीत गईं। जिसका पूरा श्रेय कमल यादव की रणनीति को जाता है।

हाल ही में कमल यादव के घर चाय पीने आए थे मुख्यमंत्री
गत 6 जनवरी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर खुद कमल यादव के गुरुग्राम आवास पर चाय पीने आए थे। उस समय उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों के सामने कमल यादव को कुशल संगठनकर्ता बताते हुए उनकी जमकर तारीफ की थी। श्री यादव पार्टी में मुख्यमंत्री का विश्वस्त सहयोगी भी माना जाता है। जिसका इशारा उन्होंने सार्वजनिक रूप से उसी मीटिंग में किया था। कमल यादव अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा की ओर से बादशाहपुर से पार्टी उम्मीदवार की रेस में सबसे आगे बताए जाते हैं।
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