टीबी मरीजों को खोजने के लिए किया गया मंथन

समीक्षा बैठक में निक्षय मित्रों की संख्या बढ़ाने पर जोर

भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। सन-2025 तक देश को टीबी मुक्त करने के लिए चल रहे अभियान में शासन-प्रशासन स्तर से प्रयास जारी है। इसी परिप्रेक्ष्य में जिला क्षय रोग विभाग में मंगलवार को समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में ज्यादा निक्षय मित्र बनाने पर जोर दिया गया, साथ ही अधिक से अधिक टीबी मरीजों को खोजने के लिए मंथन किया गया।

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. गुलशन राय ने बताया, पिछले साल विभाग की ओर से 12870 टीबी मरीजों को खोजा गया, जिसमें सरकारी स्तर पर 9195, प्राइवेट स्तर पर 3675 मरीजों को खोजकर पोर्टल पर दर्ज कराया गया। इस साल छह फरवरी तक 975 टीबी मरीज खोजे जा चुके हैं। सबका उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया, अभी तक 234 निक्षय मित्रों की ओर से 1323 टीबी मरीजों को गोद लिया जा चुका है। जो लगातार टीबी मरीज को पोषण के साथ उनकी मॉनिटरिंग कर भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं। निक्षय मित्रों के भावनात्मक रूप से जुड़ने के कारण टीबी मरीजों को काफी लाभ मिल रहा है।

डब्ल्यूएचओ की कंसलटेंट डा. रेनू ने बताया, वर्ष-2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाना है। इसके लिए बेहतर तरीके से काम करना होगा, तभी हम टीबी मुक्त भारत बना सकेंगे। उन्होंने बैठक में भाग ले रहे कर्मचारियों से कहा, टीबी मुक्त करने के लिए धर्मगुरुओं का सहयोग लिया जाता रहें।

जिला समन्वयक नेहा सक्सेना ने बताया, विभाग की ओर से लगातार टीबी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। टीम लगातार घर-घर जाकर टीबी मरीजों की तलाश करने में जुटी है। धर्म गुरुओं का सहयोग लेने के साथ सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में लगातार अभियान चलाया जा रहा है, जिसके कारण लोगों में टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ी है।

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