
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पहलवान कुश्ती संघ के चीफ को गिरफ्तार करने के लिए एक महीने से ज्यादा समय से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जंतर-मंतर से उठाए जाने के बाद रेसलर्स काफी आक्रमक नजर आ रहे हैं साथ ही पुलिस और सरकार को चेतावनी दिया है कि जब तक यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक धरना प्रदर्शन बंद नहीं होगा। पहलवानों की इस लड़ाई में खाप पंचायतों का भी साथ मिलता हुआ दिखाई दे रहा है।
बता दें कि, रेसलर्स के सपोर्ट में हरियाणा, दिल्ली, पंजाब समेत कई राज्यों के खाप पंचायतों का सपोर्ट मिला रहा है। इसी को देखते हुए आज (1 जून) को खाप पंचायतों की बैठक होगी जिसमें आगे के प्लान को लेकर रणनीति बनाई जाएगी कि बृजभूषण शरण सिंह को लेकर क्या करना है? भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता नरेश टिकैत ने बीते दिन बुधवार (31 मई) को बताया कि गुरुवार को मुजफ्फरनगर के सोरम गांव में महापंचायत होने वाली है। जिसमें सभी वरिष्ठ जन मिलकर कुस्ती संघ के चीफ बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ रणनीति बनाएंगे। उन्होंने ये भी बताया था कि इस पंचायत में यूपी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली की विभिन्न खापों के प्रतिनिधि हिस्सा लेने वाले हैं।
ममता बनर्जी की कैंडल मार्च
पहलवानों के प्रदर्शन में राजनीति की एंट्री होती हुई दिखाई दे रही है। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पहलवानों के समर्थन में कैंडल मार्च निकालने वाली है और कहा जा रहा है कि इस मार्च में खुद सीएम ममता बनर्जी शामिल हो सकती है। पहलवानों का समर्थन देश के विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। वहीं ममता बनर्जी ने कल भी पहलवानों के समर्थन में एक रैली निकाली थी। जिनके हाथ में ‘हम न्याय चाहते हैं’ वाली एक तकती देखी गई थी। उन्होंने पहलवानों के समर्थन में कहा था कि, हमारी एक टीम पहलवानों से मुलाकात करेगी और वो अपना समर्थन देगी। सीएम बनर्जी ने आगे कहा कि, हम पहलवानों के साथ है इसलिए आज हमने उनके समर्थन में रैली निकाली है। यह समर्थन कल भी जारी रहेगा। ममता बनर्जी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ये पहलवान देश का गौरव हैं लेकिन उनके साथ कैसा दुर्व्यवहार हुआ सबने देखा। देश की छवि पूरे विश्व में धूमिल हुई है, मैंने पहलवानों से कहा है कि वो अपना प्रदर्शन जारी रखे।
बृजभूषण ने क्या कहा?
पहलवानों के प्रदर्शन पर बीजेपी सांसद और कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने 31 मई को कहा था कि, मैंने कहा था कि अगर एक भी आरोप मेरे ऊपर साबित हो जाएगा तो मैं स्वयं फांसी पर लटक जाऊंगा। आज भी मैं उसी बात पर कायम हूं। 4 महीने हो गए वो मेरी फांसी चाहते हैं लेकिन सरकार मुझे फांसी नहीं दे रही है। उन्होंने आगे कहा था, पहलवान अपना मेडल लेकर गंगा में बहाने जा रहे हैं। मुझ पर आरोप लगाने वालों गंगा में मेडल बहाने से बृज भूषण को फांसी नहीं मिलेगी। अगर तुम्हारे पास सबूत है तो न्यायलय को दो और न्यायालय मुझे फांसी देगा तो मुझे वो स्वीकार है।
जांच में कुछ नहीं मिला?
बता दें कि, बीते दिन दिल्ली पुलिस ने बताया था कि शुरूआती जांच में कुश्ती संघ के मुखिया सिंह के खिलाफ किसी तरह के ठोस सबूत नहीं मिले हैं। वहीं खबरों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस अपनी जांच को 15 दिनों के अंदर कोर्ट में दाखिल करने वाली है। बताया जा रहा है कि यह रिपोर्ट चार्जशीट या अंतिम रिपोर्ट हो सकती है।