जनप्रतिनिधियों ने दागे सवाल, अफसर नहीं दे पाए जवाब, डीएम ने किसी तरह संभाला मोर्चा

जनसंपर्क अभियान बैठक में बिजली अफसर सवालों में घिरे

पंचशील कॉलोनी पंचशील कॉलोनी में लगा ट्रांसफार्मर
सवा साल से गायब अफसरों देंगे लिखित जवाब

नालियों में लगा दिए खंबे, हाई टेंशन लाइन और खंबे घरों में

इमरान खान
बरेली। पहली बार जिले में विद्युत उपभोक्ता व जनप्रतिनिधि जनसंपर्क अभियान के तहत आयोजित बैठक में अफसर
विभागीय बुकलेट तैयार कर लेकर पहुंचे थे। जब जनप्रतिनिधियों ने सवाल दागने शुरू किए तो अधिकारियों को करंट लग गया। जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने किसी तरह मामला साधा और बिजली अफसरों की ओर से जवाब दिए।

रविवार सुबह कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विधायक और सांसदों ने सीधे और तकनीकी सवाल धागे तो विभागीय अफसर बगले झांकने लगे। बुकलेट पर डीएम ने चुटकी लेते हुए कहा कि जब यह मुझे समझ में नहीं आ रही तो जनप्रतिनिधि क्या समझेंगे। जनप्रतिनिधि बोले- विभाग ने प्रस्ताव और बजट अपने हिसाब से बना लिया है तो बैठक में हमें बुलाने का क्या औचित्य है ?
बैठक समय और तिथि कई बार परिवर्तन होने से कई नगर पंचायत व नगर पालिका अध्यक्ष बैठक होने के बाद दोपहर 12 बजे पहुंचे।

सांसद संतोष गंगवार ने शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक शैक्षिक संस्थानों से होकर गुजर रहे बिजली तार नीचे लटक रहे हैं, इससे हादसा होने की संभावना रहती है। इसे सही कराने को कहा। आंवला सांसद धर्मेन्द्र कश्यप ने आंवला नगर पंचायत में 11 हजार केवी लाइन जर्जर होने, बिजली खंबे सड़क बीच लगे होने से आये दिन हादसे होते हैं।

सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने आंवला में बिजली घर सब स्टेशन गांव से अत्यधिक दूर होने से लोगों को बिजली का बिल का जमा करने में भी समस्या होने की बात कही। बैठक में अधिकारियों ने विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ीकरण के लिए चल रही विभिन्न योजनाओं में बारे में जनप्रतिनिधिगणों को बताया। बैठक में एमएलसी कुंवर महाराज सिंह, महापौर डॉ. उमेश गौतम, विधायक डॉ. डीसी वर्मा, डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, डीएम शिवाकान्त द्विवेदी, मुख्य अभियन्ता विद्युत राजीव कुमार शर्मा, अधीक्षण अभियंता (शहर) विकास सिंघल, अधीक्षण अभियंता (ग्रामीण) अशोक कुमार चौरसिया, अधिशासी अभियंता श्याम सुंदर उमेश सोनकर अनुज गुप्ता गौरव शुक्ला सत्येंद्र चौहान विद्युत सुरक्षा उपनिदेशक ओम प्रकाश समेत सभी अधिशासी अभियंता मौजूद रहे।

करंट से छात्रा की मौत का उठा मुद्दा

सांसद संतोष गंगवार ने साहूकारा क्षेत्र में ट्रांसफार्मर फैंसिंग में आए करंट से छात्रा की मौत का कारण पूछा तो चीफ इंजीनियर आर के शर्मा ने जलभराव होना बताया। इस पर तुरंत महापौर ने उनकी बात का खंडन करते हुए कहा कि जलभराव वहां नहीं था। कहा कि करंट जाली में आया था। इसके बाद सांसद ने ट्रांसफार्मर गुणवत्ता पर प्रश्न चिन्ह लगाए तो किसी ने जवाब नहीं दिया।

जनप्रतिनिधि बोले- क्या हमें
सिर्फ सुनने के लिए बुलाया ?

अपने-अपने क्षेत्र के लिए जानकारी मांगने पर बिजली विभाग अधिकारियों ने बताया कि प्रस्ताव तैयार है बजट भी मिल गया है। इस पर सभी ने कहा कि जब बिना उनसे पूछे ही प्रस्ताव तैयार कर लिया है तो उसे केवल सुनाने के लिए बुलाया गया है कि इतने करोड़ से ये होगा, उतने करोड़ से वो होगा। इस पर भी कोई स्पष्ट बिजली अफसर जवाब नहीं दे सके।

पंचशील नगर में लगा ट्रांसफार्मर सवा साल कहां है ?

महापौर डॉ. उमेश गौतम ने बताया कि पीलीभीत बाईपास स्थित पंचशील नगर में लगा एक
ट्रांसफार्मर सवा साल पहले फुंक गया था, जिसे मरम्मत हेतु ले गए थे। जो एक तक मौके पर नहीं लगा है। इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे हुई कौन जिम्मेदार है ? मेयर द्वारा उठाए गए इस सवाल पर संबंधित अधिकारी इधर-उधर गोलमोल
समझाने की कोशिश करते रहे, इस पर मेयर ने कहा कि लिखित उत्तर दीजिए इससे संबंधित अफसरों के चेहरे लटक गए डीएम ने कहा मेयर साहब सही कह रहे हैं। सवा साल से ट्रांसफार्मर सही होकर वहां क्यों नहीं लगा है। जांच कर लिखित जवाब दें।

नालियों में क्यों लगा दिए खंबे

महापौर ने सुरक्षा पर ध्यान न देने की बात कहते हुए कहा कि शहर भर में नालियों में खंबे लगाने का कारण पूछा। उन्होंने कहा कि पहले खंबे लगे थे या नाली बनी थी। अगर नाली पहले थी तो खंबे क्यों लगे और अगर खंबे पहले लगे थे तो नाली उसमें से क्यों निकलने दी। विभाग मूकदर्शक क्यों रहता है। इसी प्रकार कई लोगों के घरों की छत व घरों के अंदर से बिजली की लाइन निकलने का भी सवाल पूछा गया।

लो वोल्टेज की कमी से बंदी की कगार पर फैक्ट्री

आंवला सांसद ने कहा कि उनके क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या है। यहां तक की लो वोल्टेज के कारण फैक्ट्री लगाए लोग भी परेशान हैं। जब कि उन्हें बिजली का पूरा बिल देना पड़ रहा है। इसे तुरंत सुधारने को कहा।

जर्जर तार बदलने, ट्रांसफार्मर परिवर्तन के लिए भेजा प्रस्ताव

बैठक में विभिन्न योजनाओं आरडीएसएस व बिजनेस प्लान के अन्तर्गत चल रहे विद्युत निर्माण, सृदृढ़ीकरण कार्यों के समय संचालन व गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अधिशासी अभियन्ता विद्युत को निर्देशित किया। बैठक में बताया गया कि जर्जर तारों, ट्रांसफार्मर बदलने, हाईटेंशन लाइनें सही करने हेतु शासन को नगरीय क्षेत्र में 117 करोड़ रुपये तथा ग्रामीण क्षेत्र में 100 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।

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