मैनेजमेंट व स्कूल स्टाफ के विरुद्ध बिना जांच के अभियोग दर्ज न कराए जाने के संबंध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा


भास्कर समाचार सेवा
नजीबाबाद। प्राइवेट स्कूलों के संचालकों ने दुर्घटनाओं में स्कूल संचालकों व स्टाफ के विरुद्ध बिना जांच के कार्रवाई न करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी नजीबाबाद को सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि निजी विद्यालय अपनी संस्था स्कूल मैनेजमेंट वेलफेयर एसोसिएशन नजीबाबाद बिजनौर, इंडिपेंडेंट स्कूल फेडरेशन एसोसिएशन लखनऊ, वित्तविहीन मान्यता प्राप्त संगठन आदि संस्थाएं जो निरंतर शिक्षण के क्षेत्र में कार्यरत हैं पूरे उत्तर प्रदेश में इन संगठनों के लगभग 15000 स्कूल संचालित है ।इन स्कूलों में 7.5 लाख शिक्षक व अन्य कर्मचारी कार्यरत हैं तथा लगभग डेढ़ करोड़ छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। स्कूलों में शिक्षण के साथ-साथ छात्र छात्राओं को लाने ले जाने के लिए स्कूल वाहनों की व्यवस्था भी करता है। प्रतिदिन अपनी सेवाओं को उत्कृष्ट करने के लिए नवीनतम संसाधन का प्रयोग कर सभी प्राइवेट स्कूल राज्य के राजकीय स्कूलों के साथ अपना पूर्ण योगदान दे रहे हैं। कनफेडरेशन ऑफ इंडिपेंडेंट स्कूल्स उत्तर प्रदेश के आह्वान पर बिजनौर जिले में कार्यरत स्कूल एसोसिएशन आपका ध्यान आए दिन स्कूलों को होने वाली व्यवहारिक समस्याओं की ओर दिलाना चाहता है। कोई भी स्कूल मैनेजमेंट नहीं चाहता कि उसके स्कूल परिसर में अथवा स्कूल के ट्रांसपोर्ट बस वाहन के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई दुर्घटना हो और उसके किसी भी विद्यार्थी शिक्षक अथवा कर्मचारी या अन्य किसी व्यक्ति को कोई क्षति हो विद्यालय में अनुशासन की शिक्षा बच्चों में विकास एवं जिम्मेदारी की भावना को जागृत करने के लिए आवश्यक अभिभावक भी सदैव यही आशा करते हैं कि बच्चे स्कूल में अनुशासन सीखे। आजमगढ़ के विद्यालय में छोटी सी अनुशासन की कार्यवाही के उपरांत एक छात्रा द्वारा आत्महत्या करने के प्रकरण में विद्यालय के कक्षा अध्यापक व प्रधानाचार्य को जेल में डाल दिया जाना अनुचित है ।जांच उपरांत यदि दोषी पाए जाते हैं तो उसके प्रति जो भी कानूनी कार्रवाई अवश्य कोई उचित हो की जाए ।जांच उपरांत कानूनी कार्यवाही का हम भी समर्थन करते हैं परंतु जांच पूर्व ही इस तरह से शिक्षक व प्रधानाचार्य को जेल में डालना समाज हित में सही नहीं है, न ही न्यायोचित है।
ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि विद्यालय संचालकों कर्मचारियों व अध्यापकों के उत्पीड़न को रोकने के लिए जांच उपरांत ही उन्हें गिरफ्तार किया जाए।
उप जिलाधिकारी सुश्री रम्या आर को ज्ञापन सौंपने वालों में विनोद मित्तल, वैभव जैन, नीरज जैन, सुनील चंदोला, फादर शिब्बू, डॉक्टर एस के जौहर, रमाकांत वालिया, विनय कौशिक, अनिल चौहान, अकरम खान, आशा राजा, शकील राजा, फरजाना परवीन, अनीस अहमद, पुनीत मेहरा आदि शामिल रहे।

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