
6,180 शतायु वोटर, चुनाव आयोग ने लिया तैयारियों का जायजा
भोपाल(ईएमएस)। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार की अगुआई में केंद्रीय निर्वाचन दल तीनदिवसीय दौरे पर भोपाल आया है। केन्द्रीय निर्वाचन दल ने 4 सितंबर से 6 सितंबर तक प्रदेश में रहकर राज्य में चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया और निर्वाचन दल प्रदेश में आगामी चुनाव के निर्वाचन के दिशा निर्देशों के अनुरूप शांतिपूर्ण चुनाव के लिए कानून व्यवस्था की समीक्षा की। बुधवार को दौरे के अंतिम दिन मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने राजधानी भोपाल में प्रेस वार्ता को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में राज्य सरकार का कार्यकाल समाप्त होने के ठीक पहले चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हो जाएगी। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने प्रदेश के सभी मतदाताओं से आगामी चुनाव में ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बीते दो दिनों में हमने विभिन्न राजनीतिक दलों, कानून व्यवस्था से जुड़ी एजेंसियों और जिलाधिकारियों, कमिश्नर, आइजी, एसपी आदि के साथ बैठक कर चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। आज कुछ देर पहले प्रदेश शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बैठक की।
प्रदेश में कुल 5.52 करोड़ मतदाता
प्रदेश में कुल 5.52 करोड़ मतदाता हैं, जिसमें पुरुष व महिला मतदाता लगभग बराबर हैं, महिलाएं थोड़ी कम हैं। 2.67 करोड़ महिला मतदाता हैं। ट्रांसजेंडर वोटर्स की संख्या 1336 है। प्रदेश में 7.12 लाख मतदाताओं की उम्र 80 साल या इससे अधिक है। वहीं 6,180 मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 100 साल से ऊपर है। वरिष्ठ नागरिकों को मतदान में दिक्कत न हो इसके लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। वह घर से वोटिंग कर सकेंगे। 18.86 लाख वोटर 18 से 19 वर्ष आयु वर्ग के हैं और पहली बार मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
04 अक्टूबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन
उन्होंने बताया कि प्रदेश में फिलहाल मतदाता सूची में संशोधन का काम चल रहा है। 4 अक्टूबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। मतदाता सूची से किसी भी मतदाता का नाम तभी विलोपित किया जाएगा, जब फार्म 07 मिलेगा। बीएलओ के मैदानी सत्यापन के बगैर कोई भी स्व: संज्ञेय विलोपन नहीं होगा। यहां तक कि किसी की मृत्यु होने की स्थिति में डेथ सर्टिफिकेट के बगैर मतदाता का नाम नहीं काटा जाएगा। जिस किसी को भी वोटर लिस्ट से शिकायत है या नाम जुड़वाना चाहते हैं, तो उनके लिए अभी भी समय है। वे आएं और यिद उनकी कोई शिकायत है तो उसकी भी सुनवाई की जाएगी।
वरिष्ठ नागरिकों को घर से वोटिंग की सुविधा
वरिष्ठ नागरिक फॉर्म 12 को भरकर घर से वोटिंग कर सकेंगे। वरिष्ठ नागरिकों को नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पांच दिन के भीतर फॉर्म 12 भरकर जमा करना होगा। वोटिंग के लिए निर्वाचन टीम उनके घर जाकर वोटिंग कराएगी। इसकी रिकॉर्डिंग भी कराई जाएगी। राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी घर जा सकेंगे। बुजुर्गों और दिव्यांगों को यह सुविधा दी जाएगी। सक्षम एप के माध्यम से इस सुविधा को लिया जा सकता है।
6180 मतदाताओं की उम्र 100 पार
इस बार कुल 5.52 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर नई सरकार चुनेंगे। इनमें 6,180 मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 100 साल से ऊपर है। प्रदेश में 7.12 लाख मतदाताओं की उम्र 80 साल या इससे अधिक है। वरिष्ठ नागरिकों की वोटिंग के लिए खास इंतजाम किए जा रहे हैं। 18-19 साल के वोटरों की संख्या 18.86 लाख है। यह लोग पहली बार मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 230 विधानसभाओं में एक-एक एईआरओ नियुक्त किए जाएंगे। इस बार कुल 64,523 मतदाता केंद्र होंगे। 50 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों से वेब कास्टिंग होगी। 15 हजार आदर्श मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। 6,920 मतदान केंद्रों पर महिलाओं की वोटिंग पुरुषों के मुकाबले 10 प्रतिशत या इससे भी कम रही थी। इसे बढ़ाने के लिए खास प्रयास किए जाएंगे। हर बूथ पर औसत 843 वोटर होंगे।
पार्टी बताएगी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले नेता को टिकट क्यों दिया
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर ऐसी व्यवस्था होगी कि अप्रिय घटना की सूचना मिलने पर 100 मिनट के भीतर रेस्पॉन्स टीम पहुंच जाएगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों को तीन अखबारों में अपनी जानकारी देनी होगी। इसमें उन्हें बताना होगा कि उनके खिलाफ क्या-क्या अपराध दर्ज हैं। राजनीतिक दलों को भी बताना होगा कि उन्होंने ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी क्यों बनाया? इसके अलावा पांच बजे के बाद एटीएम के लिए भी नोटों का परिवहन नहीं हो सकेगा।
पोलिंग बूथ की दूरी दो किमी से अधिक नहीं
आयोग ने मतदान के लिए जो व्यवस्था की है, उसके तहत एक परिवार के सभी सदस्यों का मतदान एक ही पोलिंग बूथ पर होगा। संवेदनशील केंद्रों पर पैरामिलिट्री बलों को तैनात किया जाएगा। जो पहले आएगा, उसका वोट पहले पड़ेगा। धन-बल और बाहुबल पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। 50 प्रतिशत से अधिक पोलिंग बूथों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। इसके साथ ही घर से पोलिंग बूथ की दूरी दो किमी से अधिक नहीं होगी। इसके लिए 362 नए पोलिंग बूथ बनाए गए हैं।
सोशल मीडिया और फेक न्यूज पर रहेगी नजर
निर्वाचन आयोग के पदाधिकारियों ने तीन स्तरों पर चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। पहले चरण में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से बातचीत की। उनके मुद्दों को समझा। उसके बाद जिलों के कलेक्टरों और एसपी से तैयारियों पर चर्चा की गई। इसके बाद मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक स्तर पर बैठक की गई। निर्वाचन आयोग ने बताया कि राजनीतिक दलों ने मांग उठाई थी कि एक ही परिवार के सदस्यों का मतदान केंद्र एक ही होना चाहिए। इसे मान लिया गया है। इसी तरह 50 वोट डालकर मॉक पोल की मांग उठी है। फेक न्यूज पर रोक लगाने की मांग की थी, इसके लिए जिलाधिकारी की जवाबदेही तय की गई है। सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। चुनाव प्रभावित करने वाले अधिकारियों का तबादला करने की मांग उठी थी, उस पर विचार किया जाएगा।














