बहराइच । मुम्बई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मंगलवार को मुम्बई पुलिस ने यहां के गंडारा इलाके से दो लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें एक का नाम हरीश तो दूसरे नाम अनुराग कश्यप है। आरोपी हरीश एक कबाड़ दुकान चलाता था। धर्मराज और शिवप्रसाद गौतम भी इसी दुकान में काम करते थे। दोनों संदिग्ध हत्या के मुख्य आरोपी धर्मराज कश्यप के रिश्तेदार हैं।
पुलिस की ओर से यह दावा किया गया है कि हरीश ने इस वारदात को अंजाम देने से कुछ दिन पहले शिवप्रसाद और धर्मराज को एक नया मोबाइल खरीदवाया था। हरीश इस षडयंत्र में शामिल था। बाबा सिद्दीकी की हत्या करने वाले शूटरों की हरीश ने हर प्रकार से मदद की थी। बहराइच से दो आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में अहम सुराग मिल सकते हैं। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
उल्लेखनीय है कि विजयादशमी के मौके पर एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की उनकी दफ्तर के बाहर ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। मुम्बई पुलिस का दावा है कि हरियाणा के कैथल निवासी गुरमेल सिंह, बहराइच का रहने वाला धर्मराज सिंह और शिवकुमार ने बाबा सिद्दीकी पर गोलियां चलायी थीं। पुलिस ने गुरमेल सिंह व धर्मराज कश्यप काे पहले ही गिरफ्तार कर लिया हैँ। फिलहाल आरोपी जीशान अख्तर , शुभम लोनकर और शिवकुमार नाम के तीन आरोपी फ़रार हैं, जिनकी तलाश में टीमें लगी हुई है।