क्या कहती है ज्योतिरादित्य सिंधिया की कुंडली, एक क्लिक में पढ़े…

कांग्रेस से भाजपा में आने के दौरान कार्यकर्ता के रुप में पर्ची ज्योतिरादित्य सिंधिया को 11 मार्च को नर्द दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में अध्यक्ष जेपी नुड्डा ने दोपहर 2 बजकर 54 मिनट पर दी। 1 जनवरी 1971 को सुबह 10 बजे देश की आर्थिक राजधानी बाम्बे याने की मुंबई में जन्म लिए सिंधिया के सितारे अब क्या कहते है, यहां पढे़ं  ज्योतिषी  की भविष्यवाणी सबसे पहले।

कांग्रेस से भाजपा में आने के दौरान कार्यकर्ता के रुप में पर्ची ज्योतिरादित्य सिंधिया को 11 मार्च को नर्द दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में अध्यक्ष जेपी नुड्डा ने दोपहर 2 बजकर 54 मिनट पर दी। 1 जनवरी 1971 को सुबह 10 बजे देश की आर्थिक राजधानी बाम्बे याने की मुंबई में जन्म लिए सिंधिया के सितारे अब क्या कहते है, यहां पढे़ं वरिष्ठ ज्योतिषी अभिषेक जोशी की भविष्यवाणी सबसे पहले।

ज्योतिषी ने बताया कि कांगे्रस में 18 वर्ष तक रहने के बाद अब सिंधिया भाजपा के हो गए है। भाजपा के प्राथमिक सदस्य के रुप में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 11 मार्च को दोपहर 2 बजकर 54 मिनट पर सदस्ता ली है। यह सदस्यता कर्क लग्न में हुई है। लग्नेश चंद्रमा अपनी मित्र राशि कन्या में हस्त नक्षत्र में है। हस्त नक्षत्र का चंद्रमा शुभ व लाभकारी होता है।

पहले जाने सिंधिया की कुंडली को

1 जनवरी 1971 को सुबह 10 बजे मुंबई में मकर लग्न के अंतिम द्रेष्काण पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म हुआ है। वर्तमान में दिनांक 23 जून 2018 से दिनांक 29 अप्रैल 2021 तक शनि की महादशा में राहु का अंतर समय चल रहा है। शनि महादशा में राहु का अंतर व 21 फरवरी 2020 से शनि राहु में केतु 21 अप्रैल 2020 तक रहेगा।

नवांश का सप्तमेश लग्न
दिनांक 10 मार्च 2020 को अपने जीवन की दिशा को मोड़ देते हुए सिंधिया द्वारा अपने जन्म कुंडली के प्रजाकारक सप्तम लग्न कर्क में 11 मार्च 2020 को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। जन्म कुंडली का लग्नेश यहां सदस्यता ग्रहण कुंडली मे सप्तमेश होकर सप्तम में हैं वहीं सदस्यता ग्रहण कुंडली मे स्थिर नवांश भी है, जिसमे नवांश का सप्तमेश लग्न में स्थित है।

उज्जवल है सिंधिया का भविष्य

ज्योतिषी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमितशाह से मुलाकात के बाद सिंधिया भााजपा में आए है। भाजपा में आने वाला समय न केवल सिंधिया को भारतीय राजनीति में स्थापित करेगा अपितु महत्वपूर्ण दायित्व वहन करने का अवसर भी प्रदान करेगा जो शिक्षा या सुरक्षा से सम्बंधित हो सकता है, लेकिन सदस्यता ग्रहण कुंडली मे षष्ठम व अष्टम भाव की भूमिका इन्हें गुप्त शत्रुओं से सतर्कता बरतने की तरफ भी संकेत दे रही है। कुल मिलाकर सदस्ता के समय की कुंडली का अध्ययन किया जाए तो सिंधिया का भविष्य भाजपा में बेहतर है।

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