कोरोना के खिलाफ जंग में तीनों सेनाओं के पूर्व-सैनिक भी मैदान मे…

नई दिल्ली,  । वैश्विक महामारी कोरोना (कोविड-19) से लड़ाई के मैदान में अब भारत की तीनों सेनाओं से सेवानिवृत्त हो चुके सैनिक (ईएसएम) भी आ गए हैं और स्वेच्छा एवं निःस्वार्थ भाव से नागरिक प्रशासन को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। भारतीय सेना, नौ सेना और वायु सेना से रिटायर सैनिकों के साथ पूर्व सैनिक कल्याण विभाग (डीईएसडब्ल्यू) और रक्षा मंत्रालय समन्वय कर रहा है। केंद्रीय सैनिक बोर्ड भी पूरे देश में राज्य स्तर पर 32 राज्य सैनिक बोर्डों और 403 जिला सैनिक बोर्डों के नेटवर्क के माध्यम से संपर्क में है।

कर्नाटक
ब्रिगेडियर रवि मुनिस्वामी (सेवानिवृत्त) बंगलुरू में पूर्व सैनिकों के 45 अनुभवी साइकिल सवार दल का नेतृत्व कर रहे हैं। ये सभी एक व्हाट्सएप समूह के माध्यम से शहर में वृद्धों और निःशक्तजनों को दवाइयां और आवश्यक आपूर्ति प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा धारवाड़, दावनगेरे, शिवामोगा, हासन, मैसूर और कोडगू में कई पूर्व सैनिक भोजन वितरण और लॉकडाउन प्रबंधन में सहायता कर रहे हैं।

आंध्र प्रदेश
लगभग 300 पूर्व सैनिक स्वयंसेवक आंध्र प्रदेश में पुलिस की सहायता कर रहे हैं। मंगलगिरी में ताडेपल्लीगुडेम, पश्चिम गोदावरी जिला संघ और 28 एयर डिफेंस रेजिमेंट पूर्व सैनिक संगठन जैसे कुछ पूर्व-सैनिक संघ गरीबों के बीच भोजन और आवश्यक वस्तुओं का वितरण कर रहे हैं। श्री चैतन्य पूर्व-सैनिक संघ, भीमुनिपट्टनम लॉकडाउन को सफल बनाने में पुलिस की सहायता कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश
ब्रिगेडियर रवि (सेवानिवृत्त) के अनुसार उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में जिला सैनिक बोर्ड वयोवृद्ध पूर्व सैनिकों की सहायता करने के साथ-साथ राशन वितरण, सामुदायिक निगरानी और जरूरतमंदों के लिए सामुदायिक रसोई घर की निगरानी करने में पूर्व सैनिकों की एक टीम के साथ सहायता कर रहा है। वे पहले ही राज्य में सेना चिकित्सा कोर से 6,592 पूर्व सैनिकों की पहचान कर उनसे संपर्क कर चुके हैं और वे किसी भी आकस्मिकता के लिए तैयार अवस्था में हैं।

पंजाब
पंजाब राज्य सैनिक बोर्ड निदेशक ब्रिगेडियर सतिंदर सिंह (सेवानिवृत्त) ने बताया कि उन्होंने 4,200 पूर्व सैनिकों को शासन संरक्षक के रूप में नियुक्त किया है जो पंजाब के हर गांव में डाटा संग्रह और सामुदायिक निगरानी के लिए मौजूद हैं।

छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में इस कार्य का समन्वय कर रहे एयर सीएमडीई एएन कुलकर्णी, वीएसएम (सेवानिवृत्त) ने बताया कि बिलासपुर, जांजगीर और कोरबा में कुछ पूर्व सैनिक राज्य पुलिस को सहायता प्रदान कर रहे हैं।

उत्तर-पूर्व
ब्रिगेडियर नारायण दत्त जोशी, एसएम (सेवानिवृत्त) 300 पूर्व- सैनिकों के साथ असम के 19 जिलों में सहायता के लिए तैयार हैं। शिलांग में कर्नल गौतम कुमार राय (सेवानिवृत्त) 79 स्वयंसेवकों के साथ सिविल प्रशासन की सहायता के लिए तैयार हैं। त्रिपुरा से ब्रिगेडियर जेपी तिवारी (सेवानिवृत्त) ने बताया है कि पूर्व सैनिकों की सूची राज्य और जिला प्रशासन के साथ साझा की गई है और वे सौंपे गए किसी भी कार्य को करने के लिए तैयार हैं।

झारखंड, हरियाणा एवं उत्तराखंड
इसी तरह झारखंड से ब्रिगेडियर पाठक (सेवानिवृत्त), हरियाणा से कर्नल राहुल यादव (सेवानिवृत्त) और उत्तराखंड से ब्रिगेडियर केबी चंद (सेवानिवृत्त) ने अपने-अपने राज्यों में ऐसा ही किया है। ऐसे समय में जब पूरे देश में लॉकडाउन लागू है तो भारतीय सेना, नौ सेना और वायु सेना के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ-साथ पूर्व सैनिक संघ के स्वयंसेवक सामुदायिक सेवा के कार्य में लगे हैं।

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