लॉकडाउन तोड़ने वाले बाहुबली विधायक अमनमणि की पुलिस के खौफ से थाने में बिगड़ी हालत….

शहजाद अंसारी

बिजनौर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के अंतिम कर्मकांड के झूठ का सहारा लेकर महाराजगंज जनपद के नौतनवा क्षेत्र से विधायक अमनमणि त्रिपाठी को लॉकडाउन में घूमना महंगा पड़ा गया। जनपद बिजनौर की नजीबाबाद पुलिस ने लॉकडाउन तोडऩे पर छह साथियों के साथ उनको गिरफ्तार किया है।

थाने पहुंचते ही विधायक अमनमणि त्रिपाठी की हालत बिगड गई जिससे पुलिस के हाथ पांव फूल गए। पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। कोर्ट द्वारा सुनवाई के बाद सभी को जमानत पर छोड दिया गया है। जमानत पर बाहर आने के बाद पुलिस द्वारा सभी को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कराया गया है साथ ही उनके सैंपल जांच के लिए भी भेज दिए है।

जानकारी के अनुसार जनपद बिजनौर की थाना नजीबाबाद पुलिस ने समीपुर नहर के निकट चैकिंग के दौरान गाडी द्वारा उत्तराखंड की ओर से अनावश्यक रूप से घूमकर आ रहे जिला महाराजगंज की नौतनवा विधानसभा से विधायक अमनमणि त्रिपाठी को उनके उनके 6 साथियो के साथ गिरफ्तार कर लिया। चैकिंग करते समय कोई पास नहीं दिखा पाने के कारण विधायक व उनके साथियो के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 177/20 धारा 268, 269, 188 व धारा 03 महामारी अधिनियम 1887 तथा धारा 51 बी आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 के अन्तर्गत दर्ज कर 14 दिन को क्वारंटाइन किया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए विधायक के साथियो के नाम माया शंकर सिंह, रितेश यादव, संजय कुमार सिंह, उमेश चैबे व मनीष कुमार निवासी गोरखपुर तथा ओम प्रकाश यादव थाना गुलरिया है। पुलिस से उनके पास से दो वाहन एक फारच्र्यूनर व एक एंडिवर गाड़ी बरामद की है।

पुलिस कस्टडी में नजीबाबाद थाने पहुंचते ही विधायक अमनमणि त्रिपाठी की सारी दबंगई निकल गई। पुलिस कार्रवाही का खौफ विधायक अमनमणि त्रिपाठी पर इतना देखने को मिला कि उनकी हालत बिगड गई जिसके बाद पुलिस ने किसी तरह हालत को संभाला और मंगलवार को सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। कोर्ट ने सुनवाई के बाद सभी को 20-20 हजार रुपए के मुचलको पर रिहा कर दिया है। जमानत पर कोर्ट परिसर से बाहर आने के बाद पुलिस द्वारा सभी को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कराया गया है साथ ही उनके सैंपल जांच के लिए भी भेज दिए है।

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