अब नौसेना युद्धपोतों के सभी मोर्चों से कर सकेगी गोलाबारी, नेवी ने अपने बेड़े में स्वदेशी टॉरपीडो डिकॉय सिस्टम मारीच को शामिल किया

नई दिल्ली, 26 जून (हि.स.)। अब भारतीय नौसेना युद्धपोतों के सभी मोर्चों से गोलाबारी करने में सक्षम होने के साथ ही पहले से ज्यादा मजबूत हो गई है क्योंकि नेवी ने शुक्रवार को उन्नत टॉरपीडो डिकॉय सिस्टम मारीच को अपने बेड़े में एक अनुबंध के साथ शामिल कर लिया है। अग्रिम रक्षा पंक्ति के युद्धपोतों से गोलाबारी करने में सक्षम होने से भारतीय नौसेना को बड़ी मजबूती मिली है। 


नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि इस एंटी-टॉरपीडो डिकॉय सिस्टम का डिजाइन और विकास स्वदेशी डीआरडीओ प्रयोगशालाओं (एनएसटीएल और एनपीओएल) में किया गया है। सार्वजनिक क्षेत्र का रक्षा उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड इस डिकॉय सिस्टम के उत्पादन का कार्य करेगा। इस सिस्टम के प्रारूप (प्रोटोटाइप) को एक नामित नौसैनिक मंच पर स्थापित किया गया था जहां इसने सभी उपयोगकर्ता मूल्यांकन परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा किया और नौसेना के लिए आवश्यक योग्यता के अनुसार अपनी विशेषताओं का प्रदर्शन किया। 


टॉरपीडो डिकॉय सिस्टम को नौसेना के बेड़े में शामिल किया जाना न केवल रक्षा प्रौद्योगिकी के स्वदेशी विकास के लिए भारतीय नौसेना और डीआरडीओ के संयुक्त संकल्प को दर्शाता है बल्कि सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल और नवीन प्रौद्योगिकी में ‘आत्म-निर्भर’ बनने के देश के संकल्प को भी एक बड़ा प्रोत्साहन है।

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