
बरेली। देसी शराब भट्टी धार्मिक स्थल के सामने खोलने के बाद मलूकपुर वासियों का आबकारी विभाग के लिए आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।स्थानीय लोगों ने मंदिर में पूजा पाठ रोककर कपाट अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए। वही क्षेत्रवासी कई दिन से इस शराब की दुकान को हटवाने की मांग कर रहे है। बीते कुछ दिन पहले स्थानीय लोगों के साथ साथ कई संगठनों ने शासन और प्रशासन को इस बारे में जानकारी दी थीमगर प्रशासन ने इस तरफ रुख भी नहीं किया।
वही इसी कड़ी में बजरंगी लाल जनकल्याण सेवा समिति ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर अपने क्षेत्र की समस्या से अवगत कराया। मामला थाना किला स्थित मलूकपुर में बने बंदरों वाला मंदिर कहा जाने वाला हनुमान मंदिर है। जहां पिछले कई दिनों से स्थानीय लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। मंदिर में पूजा पाठ के बजाय लोग वहां मंदिर के सामने बनी शराब भट्टी हटाने की मुहीम में लगे है।वही शराब भट्टी होने की वजह से मंदिर के कपाट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया औरते और बच्चे मंदिर परिसर के अंदर बैठकर अपनी आस्था के लिए डेरा जमाकर शराब भट्टी हटाने की मांग कर रहे हैं।
वही स्थानीय लोगों का कहना है कि भट्टी खुलते ही पियक्कड़ों की भीड़ लग जाती है। वह नशे में गाली-गलौज करते है, जिसकी आवाज धार्मिक स्थल के अंदर तक सुनाई देती है। कई बार पुलिस से शिकायत के साथ आबकारी विभाग को भी अवगत कराया गया लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। वही स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक पूरी तरह से भट्टी बंद नहीं होती, तब तक धार्मिकस्थल के कपाट नहीं खोले जाएंगे।
वही देखा जाए तो अगले महा से सावन का महीना शुरू हो जाएगा और मंदिर के अंदर दर्जन भर के कावड़िये जलाभिषेक करने मंदिर में आते हैं। फिलहाल अभी तो मंदिर के कपाट बंद होने से पूजा पाठ में तो बाधा उत्पन्न हो ही रही है। कही आने वाले सावन के दिन प्रशासन के लिए परेशानी का सबब ना बन जाए।ज्ञापन देने वालों में अमन सक्सैना, मलिक राजपूत, रोहित कुमार,रवि बाबू,सौरभ,मनू,कृष्णा, निर्मल राजपूत, हिमांशु टंडन, समेत कई स्थानीय लोग मौजूद रहे।










