पत्नी आयशा के साथ मारा गया ISIS का कुख्यात आतंकी सिद्धार्थ धर, कबूल किया था इस्लाम

सिद्धार्थ धर लंदन में पैदा हुआ लेकिन कंटरपंथी मुस्लिमों के साथ होने की वजह से उसने इस्लाम कुबूल कर लिया था. कट्टर मुस्लिम महिला आयशा से निकाह किया और दोनों ने मिलपर खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) की राह पर चल पड़े.

अब खबर आई है कि कुख्यात ब्रिटिश आतंकवादी ‘जिहादी सिड’ सीरिया में आईएसआईएस की घेराबंदी के दौरान पत्नी आयशा के साथ मारा गया। एक नई किताब में यह दावा किया गया है। किताब में कहा गया है कि लंदन में पैदा हुआ सिद्धार्थ धर जून 2017 में रक्का में इस्लामिक स्टेट पर कार्रवाई के दौरान पत्नी के साथ मारा गया। यह नहीं पता चला है कि उनके पांच बच्चों का क्या हुआ।

डेली मेल ने अमेरिका के आतंकरोधी विशेषज्ञ डोगलस वीक्स की किताब के हवाले से यह खबर दी है। यह किताब आतंकी संगठन अल-मुहाजिरों को लेकर लिखी गई है, जिसका मुखिया अंजेम चौधरी है। इसने ही सिद्धार्थ धर को आतंकी बनाया था. डोगलस ने समूह का विश्वास जीतकर कई सालों तक अध्ययन किया। उन्होंने धर और चौधरी का इंटरव्यू भी लिया था।

अबु रुमायसाह के नाम से भी पहचाने जाने वाला धर चैनल 4 की डॉक्युमेंट्री में भी नजर आ चुका था, जिसका नाम था जिहादी नेक्स्ट डोर। माना जाता है कि 2016 में सीरिया में 5 लोगों को मौत के घाट उतारते हुए दिखाए गए वीडियो में घोषणा करने वाला वही था। पांचों लोगों के सिर में पीछे से गोली मारने से पहले उसने पीएम डेविड कैमरन का मजाक उड़ाया था।

वीक्स ने किताब में लिखा है कि जिहादी सिड के एक दोस्त ने उसके मारे जाने के बारे में सूचना दी। उसने मैसेज में कहा, ”हम जिस अल्लाह के हैं और जहां हमें लौटना है, अबु रुमायसाह वहां चला गया है, जहां वह पत्नी आयशा के साथ हमेशा जाना चाहता था।” वीक्स ने डेली मेल को बताया कि यह सूचना सही है, उन्होंने इसकी दोबारा जांच की थी।

मौत के समय 35 साल का रहा धर हिंदू परिवार में जन्मा था. इसे आतंकरोधी पुलिस के द्वारा छह बार गिरफ्तार भी किया गया था. वीक्स ने दावा किया कि अल-मुजाहिरों संगठन के 800 सदस्यों में से करीब आधे सीरिया चले गए थे. इनमें से अधिकतर मारे जा चुके हैं.

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