
उत्तर प्रदेश के कानपुर में हिन्दू युवती का धर्मांतरण कर निकाह का मामला चर्चा में है. शालिनी यादव नाम कि हिन्दू युवती ने मुस्लिम युवक से शादी कर ली तो लव जेहाद का मामला सामने आया लेकिन पुलिस ने इस मामले में जांच नहीं की। लेकिन एक दैनिक अखबार ने दावा किया है कि बीते दो माह में घर से भागी पांच युवतियों के जो दस्तावेज उनके हाथ लगे हैं, उससे साफ है कि आरोपितों के संबंध जूही लाल कॉलोनी से हैं. शालिनी यादव का केस भी जुही लाल कलोनी से जुड़ा हुआ है. दावा किया जा रहा है कि इस कॉलोनी में लव जेहाद के लिए बाकायदा ट्रेनिंग कैंप चल रहे हैं.
बता दें कि शालिनी 29 जून को घर से परीक्षा देने के लिए निकली तो वापस नहीं लौटी. वह दस लाख रुपये की रकम भी ले गई थी. गुरुवार (20 अगस्त) को फेसबुक पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें शालिनी ने दावा किया उसने धर्म परिवर्तन कर अपना नाम फिजा रख लिया है और फैसल नाम के एक युवक से निकाह कर लिया है.
फैसल लाल कॉलोनी का रहने वाला है. इसी तरह से एक मुकदमा कल्याणपुर में दो जुलाई को हुआ था, जिसमें आवास विकास तीन निवासी दो सगी बहनों को बहला फुसलाकर शाहरुख पुत्र कमाल और शाहरुख पुत्र खलील भगा ले गए थे. दोनों लाल जूही कॉलोनी के ही रहने वाले हैं. तीसरा मामला पनकी रतनपुर कालोनी का है. यहां की एक युवती व उसकी छोटी बहन को जूही लाल कॉलोनी के मोहम्मद मोसीन ने प्रेम जाल में फंसाया. समय रहते छोटी बहन सतर्क हुई तो मामला खुल गया. अब आइजी मोहित अग्रवाल कहते हैं कि एक ही क्षेत्र से इतने मामले हैं तो यह गंभीर विषय है. मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय SIT का गठन किया जाएगा, जो इस लव जिहाद के खेल का पर्दाफाश करेगी.
देखे VIDEO














