बरेली में सैदपुर हाकिंस के लोग एक पक्की सड़क के लिए तरस रहे है

मुनीब हुसैन
बरेली। देश को आजाद हुए भले ही 70 साल से ज्यादा हो चुके हो। इस बीच देश ने कई कीर्तिमान के साथ  विकास के नए आयाम भी छुए हैं। चाहें वो औद्योगिक क्षेत्र हो या फिर तकनीकी। भारत ने पूरे विश्व में डंका बजाया है। इतना सब कुछ होने के बाद भी एक सड़क के लिए लोग तरस रहे है। शहर से लगी एक बस्ती सैदपुर हाकिंस जहां पर हालात बहुत खराब है। सड़क पर जगह -जगह गड्ढे लोगों को कीचड़ के बीच होकर जाना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि कई सालों से यह सड़क जस की तस पड़ी हुई है। कई बार शिकायत करने के बाद भी मरम्मत तक को लेकर कुछ भी नहीं किया गया। सड़क के हालात दिन-ब-दिन और खराब होते जा रहे हैं हल्की सी बारिश में सड़कों के गड्ढों में पानी इकट्ठा हो जाता है।

वहीं बारिश में हालात यह है कि लोगों को पैदल निकलने में काफी परेशानी होती है बारिश के बाद यह सड़क दलदल का रूप ले लेती है तो वही घरों में आने वाले मेहमान भी कतराने लगे है। मशक्कत कर अगर बस्ती में आ भी जाते हैं तो उन्हें घर तक पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है *स्थानीय निवासी अनीस वारसी* बताते है कि यहां पर 40 साल से ज्यादा हो गया है। लेकिन इस सड़क की हालत 20 सालों से जस की तस बनी हुई है आलम यह है कि बारिश हो जाए तो लोग कीचड़ से परेशान रहते हैं। वही अनीस का आरोप था कि सभासद से कई बार सड़क निर्माण को लेकर लोगों ने अपनी बात कही थी। लेकिन उनकी तरफ से भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है


 *स्थानीय निवासी निगार का कहना है* कि परेशानी तो रात के समय होती है क्योंकि स्ट्रीट लाइट ना होने के कारण गड्ढे दिखाई नहीं देते जिसकी वजह से कई बार लोग इन गड्ढों में चोटिल हो चुके है। 
 *स्थानीय निवासी साहिल चिश्ती व शहजाद* का कहना है कि कई बार उन्होंने सड़क निर्माण को लेकर नगर निगम के अधिकारियों से मिलकर शिकायत की थी। लेकिन किसी अधिकारी ने कोई ध्यान नहीं दिया। 
वही देखा जाए तो सैदपुर हॉकिंस की नई बस्ती के लोगों की जिंदगी नरक से बदतर है।

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