
नई दिल्ली । कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन का तीसरा चरण सोमवार से शुरू हो गया है। दिल्ली में लोग सुबह से ही बाजारों में निकलने के लिए बेताब दिखे। कई जगहों पर अफरा-तफरी की स्थिति बन गयी। लॉकडाउन के नियमों का भी जमकर उल्लंघन हुआ। लक्ष्मीनगर, करोलबाग और मालवीय नगर में शराब की दुकानों के सामने सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें लग गयीं। लक्ष्मी नगर में भीड़ को तीतर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक लॉकडाउन के तीसरे चरण में पूरे देश को तीन श्रेणियों- रेड, आरेंज और ग्रीन जोन में बांटा है। दिल्ली के सभी 11 जिलों को रेड जोन में रखा गया है। दिल्ली में दी जाने वाली छूट और पाबंदियों को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार शाम को राज्य सरकार का पक्ष स्पष्ट किया था।
इसके मुताबिक राजधानी में शराब की दुकानों के खुलने का समय सुबह 10 बजे निर्धारित किया गया है लेकिन दुकानों के खुलने से पहले ही भीड़ उमड़ पड़ी। कई स्थानों पर लंबी-लंबी कतारें लग गयीं। लक्ष्मीनगर स्थित एक शराब की दुकान के सामने जुटी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। यही हाल करोलबाग स्थित शराब की दुकान का भी रहा। वहां लोग सुबह चार बजे से लाइन में लगे हुए थे। मालवीय नगर में भी एक दुकान के आगे लोगों ने रविवार को रात में ही लाइन लगना शुरू कर दिया था। खरीदारों की कतार में 25-30 साल के नौजवानों से लेकर 60 वर्ष से ऊपर के लोग भी खड़े थे।
लक्ष्मी नगर के मॉल में शराब खरीदने आए लोकेस नामक युवक ने बताया कि वो दिहाड़ी मजदूरी का कमा करता है और लॉकडाऊन से पहले हर रोज शराब पी लिया करता था। लॉकडाऊन के बाद कुछ दिन तो यार दोस्तों से काम चला लेकिन बीते 20 दिन से तो एक घूंट भी नसीब नहीं हुई।
वहीं, कुछ बुद्धिजीवियों का मानना है कि दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन के बीच शराब की दुकानें खोलकर ठीक नहीं किया। इस निर्णय से कोरोना महामारी और तेजी से फैलेगी। सरकार के इस कदम से दिल्ली में अपराध भी बढ़ सकते हैं।














